ब्रिटेन की राजनीति में भारी भूचाल मच गया है और ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटिश सांसद इसी हफ्ते प्रधानमंत्री लिज ट्रस को सत्ता से हटा सकते हैं। पिछले महीने प्रधानमंत्री बनने के बाद से प्रधानमंत्री लिज ट्रस अपने यू-टर्न के लिए पूरी दुनिया में प्रख्यात हो चुकी हैं और उनकी आर्थिक नीति की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी आलोचना कर चुके हैं और अब ब्रिटिश मीडिया डेली मेल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है, कि डाउनिंग स्ट्रीट की चेतावनी के बावजूद ब्रिटिश सांसद इस हफ्ते प्रधानमंत्री लिज ट्रस को हटाने की कोशिश करेंगे।
डेली मेल ने अज्ञात स्रोतों के हवाले से बताया है कि, गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी से संबंधित संसद के 100 से ज्यादा सदस्य (सांसद) प्रधानमंत्री लिज ट्रस के खिलाफ अविश्वास के पत्र कंजरवेटिव पार्टी की समिति के प्रमुख ग्राहम ब्रैडी को सौंपने के लिए तैयार हैं, जो पार्टी के अंदर प्रधानमंत्री का चुनाव करवाते हैं। राजनीतिक संकट में घिरे ब्रिटेन ने 2016 में यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए मतदान करने के बाद से अब तक तीन प्रधानमंत्रियों को बदला है और अगर लिज ट्रस को भी हटा दिया जाता है, तो वो चौथी प्रधानमंत्री होंगी, जिन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़ना होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, पार्टी सांसद ब्रैडी से ट्रस को यह बताने का आग्रह करेंगे कि, "उनका समय समाप्त हो गया है" या राजनीतिक दल के नियमों को बदलने के लिए फौरन नियमों में संशोधन किए जाएं। आपको बता दें कि, कंजर्वेटिव पार्टी के अपने संविधान के मुताबिक प्रधानमंत्री को एक साल से पहले नहीं हटाया जा सकता है और लिज ट्रस के कार्यकाल का ये दूसरा ही महीना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, ग्राहम इस कदम का विरोध कर रहे हैं और वो सांसदों को ये तर्क दे रहे हैं, कि नव नियुक्त वित्तमंत्री जेरेमी हंट को 31 अक्टूबर को एक बजट में आर्थिक रणनीति निर्धारित करने का मौका दिया जाए। आपको बता दें कि, पिछले हफ्ते लिज ट्रस ने वित्तमंत्री को पद से बर्खास्त कर दिया था। वहीं, द टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, कि कुछ सांसदों ने ट्रस को एक नए नेता के साथ बदलने पर गुप्त चर्चा की है।
हालांकि, प्रधानमंत्री आवास डाउनिंग स्ट्रीट ने चेतावनी देते हुए कहा है, कि अगर नेतृत्व परिवर्तन किया जाता है, तो फिर देश में आम चुनाव ही करवाने पड़ेंगे। आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री लिज ट्रस, जिन्होंने पिछले महीने टैक्स में कटौती का वादा करके कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व जीता था, उन्होंने पीएम बनने के बाद चेतावनियों के बाद भी टैक्स में कटौती कर दिया था, लेकिन उसके बाद ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से लड़खड़ा गई और लिज ट्रस को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। लिहाजा, अब लिज ट्रस अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए लड़ रही है।