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काबुल से डच की अंतिम उड़ान आज
द हेग, एएफपी। डच सरकार ने कहा कि वह गुरुवार को काबुल से निकासी उड़ानों को रोक देगी। इसके प्रमाण बेहद दुखद होंगे, इस बात को सरकार ने स्वीकार किया। कहा कि ऐसे फैसले पर सहमत होना 'दर्दनाक क्षण' रहा है। सरकार ने कहा कि इस फैसले से तालिबान शासित अफगानिस्तान में कुछ लोगों को हम पीछे छोड़ देंगे।
नीदरलैंड ने कहा कि अमेरिकी सेना ने उसे 31 अगस्त को अमेरिकी सैनिकों की वापसी से पहले छोड़ने का आदेश दिया था और लोगों को सुरक्षा कारणों से हवाई अड्डे से बचने की सलाह दी है। डच विदेश और रक्षा मंत्रियों ने संसद को लिखे एक पत्र में कहा, 'नीदरलैंड को आज संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा सूचित किया गया है कि उसे काबुल छोड़ना होगा और केवल आज रात तक ही अपनी अंतिम उड़ान को चलाना होगा।'
विदेश मंत्री सिग्रिड काग और रक्षा मंत्री अंक बिजलेवल ने कहा, 'यह एक दर्दनाक क्षण है क्योंकि इसका मतलब है कि हाल की अवधि के सभी अच्छे प्रयासों के बावजूद, जो लोग नीदरलैंड में निकासी के योग्य हैं, वे पीछे रह जाएंगे।'
काबुल हवाई अड्डे पर डच दूतावास और सैन्य दल भी गुरुवार को अंतिम विमानों से उड़ान भरेंगे। कहा गया कि हवाई अड्डे के द्वार के भीतर कई सौ लोगों की मदद करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। हालांकि, आज केवल निर्धारित उड़ानों के सहारे। बताया गया कि आपात स्थिति में एक सी-130 हरक्यूलिस क्षेत्र में रहेगा।
डच सरकार ने कहा कि 31 अगस्त से पहले हवाईअड्डे को छोड़ने का अमेरिकी आदेश इसलिए था क्योंकि उससे पहले बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिकों और उपकरणों को बाहर लेकर जाना है।
डच सरकार ने कहा कि हवाई अड्डे के आसपास तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति, जहां पश्चिमी अधिकारियों ने संभावित आतंकी हमले की चेतावनी दी है, को भी ध्यान में रखा गया।
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