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1979 की क्रांति सेलिब्रेशन के दौरान महिला ने नहीं पहना हिजाब, तो ईरान ने यूके में अपने राजदूत को किया बर्खास्त
Renuka Sahu
4 March 2022 3:19 AM GMT
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फाइल फोटो
ईरान ने ब्रिटेन में अपने ही राजदूत के खिलाफ कार्रवाई कर दी है. ईरान के राजदूत मोहसेन बहारवंद को कथित तौर पर एक वीडियो सर्कुलेट होने के बाद बर्खास्त कर दिया गया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ईरान (Iran) ने ब्रिटेन में अपने ही राजदूत के खिलाफ कार्रवाई कर दी है. ईरान के राजदूत मोहसेन बहारवंद (Mohsen Baharwand) को कथित तौर पर एक वीडियो सर्कुलेट होने के बाद बर्खास्त कर दिया गया. दरअसल वीडियो में दूतावास के एक कार्यक्रम को दिखाया गया है, जिसमें कुछ महिलाओं ने अपना सिर नहीं ढका हुआ था. वहीं महिला संगीतकार को बिना हिजाब (Hijab) पहने मेहमानों के लिए पियानो बजाते हुए दिखाया गया था. जिसके बाद राजदूत को बर्खास्त किया गया. लंदन में फरवरी की शुरुआत में ईरान की 1979 की क्रांति को सेलिब्रेट करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था. राजदूत के बर्खास्तगी खबर दो हफ्ते बाद आई है.
ईरानी समाचार पत्र कायहान, जिसके प्रधान संपादक को सुप्रीम लीडर अली खामेनेई द्वारा नियुक्त किया गया था, उसने भी 26 फरवरी को बताया था कि राजदूत को दूतावास में आयोजित 'नॉर्म-ब्रेकिंग' समारोह के कारण उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है.आईएलएनए ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबजादेह के हवाले से यह भी कहा कि बहारवंद 37 अन्य राजदूतों के साथ परिवर्तन सूची में थे. ईरानी लेबर न्यूज एजेंसी आईएलएनए ईरानी सरकार द्वारा नियंत्रित एक श्रमिक संघ से संबंधित एजेंसी है.
ईरानी सरकार ने अब तक नहीं की राजदूत को हटाने का खुलासा
ईरानी सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर बहारवंद को हटाने के पीछे के कारण का खुलासा नहीं किया है. बहारवंद को जुलाई 2021 में ब्रिटेन में राजदूत के रूप में तैनात किया गया था. उन्होंने पहले पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ के अंतर्गत ईरान में कानूनी विभाग के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया था. उनकी बर्खास्तगी ऐसे समय में हुई है जब ईरान परमाणु समझौते के रूप में जाने जाने वाले कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ ऐक्शन को पुनर्जीवित किया जाए या नहीं. यदि इसे पुनर्जीवित किया जाता है, तो इस समझौते से ईरान पर कई प्रतिबंध हट जाएंगे.
बिना हिजाब पहने महिला बजा रही थी पियानो
वायरल वीडियो में एक महिला संगीतकार को बिना हिजाब पहने मेहमानों के लिए पियानो बजाते हुए देखा गया था. हालांकि, कार्यक्रम में भाग लेने वाली अन्य महिलाओं को अपने सिर को ढके हुए भी देखा गया था. ईरानी अधिकारी अक्सर देश के बाहर के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं जहां हिजाब नहीं पहना जाता है.
महिलाओं के लिए हेडस्कार्फ पहनना अनिवार्य
ईरान में 1979 की ईरानी क्रांति के बाद महिलाओं के लिए हेडस्कार्फ पहनना और शरीर के सभी हिस्सों को कवर करना अनिवार्य कर दिया गया था. ईरान की नैतिकता पुलिस, जिसे गश्त-ए-इरशाद या गाइडेंस पेट्रोल के रूप में जाना जाता है, उनके पास लोगों के नैतिकता परीक्षण में फेल होने पर उन्हें दंडित करने और यहां तक कि गिरफ्तार करने की शक्तियां हैं. इसमें वे महिलाएं भी शामिल हैं, जो सार्वजनिक रूप से अपने सिर को खुला रखती हैं.
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