पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में खुदाई के दौरान बौद्ध काल की 1800 साल पुरानी कलाकृतियां मिलीं
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान में पुरातत्वविदों ने देश के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में 1800 साल पुरानी 400 से अधिक बहुमूल्य बौद्ध कलाकृतियों की खोज की है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी जिले के बाबू धेरी गांव में बौद्ध स्तूप सहित 400 विभिन्न कलाकृतियां मिली हैं. खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ अब्दुस समद ने बताया, ''पुरातत्वविदों ने खुदाई के दौरान बौद्ध काल की 1800 साल पुरानी ऐतिहासिक कलाकृतियों की खोज की है.''
An amazing discovery has been made by the @KPDOAMOfficial of an 1800-year-old stupa in Swabi, one of the biggest in Khyber Pakhtunkhwa.#KPKUpdates pic.twitter.com/29EnY35UrN
— PTI (@PTIofficial) February 4, 2022
उन्होंने कहा कि खुदाई का काम छह महीने पहले शुरू हुआ था और पुरातत्व विभाग ने अब कलाकृतियों के संरक्षण और इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के लिए इसे खोलने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. हाल के दिनों में खैबर पख्तूनख्वा में ऐसी कई पुरातात्विक खोज हुई हैं. पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातत्वविदों की एक संयुक्त उत्खनन टीम ने बौद्ध काल के 2,300 साल पुराने मेहराबनुमा मंदिर और कुछ अन्य बहुमूल्य कलाकृतियों की खोज की. खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्वात जिले के बजीरा शहर में की गई खोज को पाकिस्तान में बौद्ध काल का सबसे पुराना मंदिर बताया गया था.