दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्र सिंगापुर में नशीले पदार्थों की स्मग्लिंग के गुनेहगार को फांसी पर लटका दिया गया है। सिंगापुर ने नशीला पदार्थों की स्मग्लिंग के अपराध में गुरुवार को एक कैदी को फांसी की सजा दी। सिंगापुर में पिछले दो हफ्ते में फांसी दिए जाने का तीसरा मुद्दा है। केंद्रीय स्वापक ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि सिंगापुरी नागरिक 39 वर्षीय मोहम्मद शालेह अब्दुल लतीफ को कानून के अनुसार मुनासिब प्रक्रिया का पालन करने के बाद चांगी कारावास में फांसी पर लटकाया गया।
2019 में सुनाई गई थी मृत्यु की सजा
बयान में बोला गया है कि उसे 54 ग्राम हेरोइन की स्मग्लिंग करने के अपराध में 2019 में मृत्यु की सजा सुनाई गई थी। उसकी अपील पिछले वर्ष खारिज की गई। राष्ट्र में गवर्नमेंट से नशीला पदार्थ संबंधी अपराधों में मृत्यु की सजा न देने की अपील की गई, लेकिन इसके बावजूद लतीफ को फांसी दी गई। सिंगापुर में Covid-19 महामारी के कारण दो वर्ष के अंतराल के बाद मार्च 2022 में फांसी की सजा देनी फिर से प्रारम्भ की गई। इस वर्ष फांसी दिए जाने का यह पांचवां और नशीला पदार्थ संबंधी क्राइम में फांसी देने का 16वां मुद्दा है।
इससे पहले सिंगापुर में 45 वर्षीय स्त्री को हेरोइन की स्मग्लिंग के इल्जाम में शुक्रवार को फांसी की सजा सुनाई गई थी। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यह लगभग दो दशकों में पहला मौका था राष्ट्र में किसी स्त्री कैदी को पहली बार फांसी दी गई।
सिंगापुर के सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो (सीएनबी) ने फांसी दिए जाने के कुछ घंटों बाद जारी एक बयान में बोला था कि 45 वर्षीय सिंगापुर की सरिदेवी जमानी को शुक्रवार को चांगी कारावास में मृत्यु की सजा दे दी गई। जामानी को 2018 में 31 ग्राम हेरोइन रखने का गुनेहगार ठहराए जाने के बाद जरूरी मृत्यु की सजा सुनाई गई थी।