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ड्रैगन का नया एलान: चीन होगा बीजिंग पर भारी, शी चिनफिंग के बढ़ेगी वफादारों की पैठ

Kunti Dhruw
7 March 2021 2:50 PM GMT
ड्रैगन का नया एलान: चीन होगा बीजिंग पर भारी, शी चिनफिंग के बढ़ेगी वफादारों की पैठ
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चीन के विदेश मंत्री वांग यी

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: बीजिंग, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि हांगकांग में दीर्घकालिक स्थिरता के लिए चुनावी व्यवस्था में सुधार किया जाना जरूरी है। चुनाव सुधार शहर के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा। बता दें कि हांगकांग में चुनाव सुधार को लेकर किया गया यह नया एलान ना केवल शहर में बीजिंग की पकड़ मजबूत करेगा बल्कि सत्ता में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के वफादारों की पैठ बढ़ेगी।

वार्षिक संसदीय सत्र के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि ब्रिटिश शासन के दौरान हांगकांग में लोकतंत्र नहीं था। इसलिए चीन का विश्वास है कि चुनाव सुधार शहर के लिए फायदेमंद होंगे। खास बात यह है कि एक वर्ष पहले ही चीन ने पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश पर एक सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया था। कानून लागू करते हुए कहा गया था कि सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर रोक लगाने के लिए यह जरूरी था।
कानून लागू करते हुए बीजिंग ने तब एलान किया था कि शहर की विधायिका पर केवल देशभक्तों को ही शासन करना चाहिए। वांग ने कहा कि हांगकांग को प्यार करना और देशभक्ति एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। चुनाव प्रणाली में परिवर्तन ना केवल पूरी तरह संवैधानिक है बल्कि उचित भी हैं। चीन ने सुधार का एलान उस कार्रवाई के एक सप्ताह बाद किया है, जिसमें उसने 47 लोकतंत्र समर्थक आंदोलनकारियों को देश-विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था। नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी। चीन द्वारा की गई इस कार्रवाई की अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने कड़ी आलोचना की थी। हालांकि बीजिंग ने कार्रवाई को आंतरिक मामला बताया था।
गैरजरूरी प्रतिबंधों को तत्काल हटाए अमेरिका
चीन ने रविवार को अमेरिका से आग्रह किया कि वह दोनों देशों के बीच लगाए गए गैरजरूरी प्रतिबंधों को तत्काल हटाए और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर दोनों देश की सरकारें मिलकर काम करें। बीजिंग ने वाशिंगटन पर लोकतंत्र के नाम पर अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया। बता दें कि पिछले सप्ताह ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन के साथ बढ़ती प्रतिद्वंद्विता को रेखांकित किया था। ताइवान, शिनजियांग और दक्षिण चीन सागर को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि बीजिंग कभी भी बेबुनियाद आरोपों को स्वीकार नहीं करेगा।
ताइवान को समर्थन देने वाली नीति वापस ले बाइडन सरकार
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को बाइडन प्रशासन से कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ताइवान को समर्थन देने वाली नीति वापस ले। दरअसल, बीजिंग ताइवान को हमेशा अपना क्षेत्र मानता रहा है। वह इस द्वीपीय देश को मुख्य भूमि में मिलाने के लिए बल प्रयोग की धमकी भी बार-बार देता रहता है। अमेरिका की बात करें तो उसका लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई ताइवान की सरकार के साथ किसी तरह का औपचारिक संबंध नहीं है।
चीन तब से चिढ़ा हुआ है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने इसी वर्ष जनवरी में ताइवान को समर्थन देते हुए अपना एक अधिकारी वहां भेजा था। वांग ने कहा,' चीन सरकार ताइवान के मुद्दे पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगी। हम नए अमेरिकी प्रशासन से आग्रह करते हैं कि ताइवान मुद्दे की संवेदनशीलता को समझे और पूर्व प्रशासन की गलत नीतियों वापस ले।' वांग ने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि अगर अमेरिका अपनी नीति में बदलाव नहीं करता है तो बीजिंग क्या करेगा।


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