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दक्षिण चीन सागर में 'ड्रैगन' ने फैलाया जहाजों का झुंड, फिलीपींस ने जताई आपत्ति

Gulabi
31 March 2021 11:59 AM GMT
दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन ने फैलाया जहाजों का झुंड, फिलीपींस ने जताई आपत्ति
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दक्षिण चीन सागर

दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में 'ड्रैगन' की दादागिरी जारी है. फिलीपींस (Philippines) ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में मिलिशिया (Militias) द्वारा चलाए जा रहे सैकड़ों चीनी जहाज बड़े पैमाने पर इस क्षेत्र में फैल गए हैं. इस तरह चीन ने अपने जहाजों के बेड़े को इस क्षेत्र से हटाने की फिलीपींस की मांग को ठुकरा दिया है. फिलीपींस ने व्हिटसन रीफ (Whitsun Reef) में अपने 200 मील के विशेष आर्थिक क्षेत्र में चीनी नावों की मौजूदगी को झुंड और धमकी करार दिया है.


कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान और अन्य देशों ने इस क्षेत्र में की जा रही गतिविधियों को लेकर चीन के इरादे पर संदेह जताया है. इस पर बौखलाए चीन ने इन देशों को फटकार लगाई. चीनी राजनयिकों ने कहा है कि नौकाएं अशांत समुद्र से पनाह ले रही हैं और उनमें कोई मिलिशिया सवार नहीं है. दक्षिण चीन सागर पर फिलीपींस के टास्क फोर्स ने एक बयान जारी कर चीनी समुद्री मिलिशिया की निरंतर गैरकानूनी उपस्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की. इस समुद्री बेड़े को अभी तक यहां से हटाया नहीं गया है.

चीन की हरकतों को नहीं करेंगे स्वीकार: फिलीपींस
टास्क फोर्स ने कहा, दक्षिण चीन सागर में चीन की तथाकथित निर्विवाद एकीकृत संप्रभुता के दावे को न तो फिलीपींस और न ही अंतरराष्ट्रीय बिरादरी कभी स्वीकार करेगी. इसने चीन से कहा कि वह अपने जहाजों को जल्द से जल्द यहां से हटाए. 2016 में राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के सत्ता संभालने के बाद से चीन से फिलीपींस की दोस्ती बढ़ी है. इसे लेकर विपक्षी नेताओं का कहना है कि वह देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं. यही वजह है कि दुतेर्ते की सरकार पर दबाव है कि वह चीन के प्रति सख्त रवैया दिखाए.

दक्षिण चीन सागर में सैकड़ों जहाजों की है मौजूदगी
फिलीपींस की टास्क फोर्स ने अपने खुफिया सूत्रों के जरिए इकट्ठा की गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि 44 जहाज अभी भी व्हिटसन रीफ में थे और लगभग 200 अन्य स्प्रैटली द्वीपों के चारों ओर फैले हुए थे. इसके अलावा चीन के सैन्यकृत मानव निर्मित द्वीपों के पास भी जहाज मौजूद हैं. यहां पर चीन की चार नावें देखी गई हैं. राजधानी मनीला में चीन के दूतावास ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.


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