डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने भारत में स्पुतनिक-वी के मानव परीक्षण के लिए मांगी मंजूरी
डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज को फिर से करना होगा आवेदन
हैदराबाद की फार्मा कंपनी ने पिछले सप्ताह भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) से रूसी कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए मंजूरी मांगी थी. मंजूरी के आवेदन पर विचार करने के लिए सोमवार को CDSCO के कोविड-19 मामलों की विशेषज्ञ समिति ने बैठक की. बैठक के बाद डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज को संशोधित प्रोटोकॉल पेश करने को कहा गया. सूत्रों के मुताबिक, अब संशोधित प्रोटोकॉल में ये बताना होगा कि एक साथ दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण कंपनी करेगी. इसके अलावा कंपनी से कुछ अन्य जानकारी भी देने को कहा गया है.
रूस की स्पुतनिक-वी वैक्सीन का होने जा रहा परीक्षण
बताया जाता है कि फिर से आवेदन करने का मतलब कंपनी को नया आवेदन पेश करना होगा. विशेषज्ञ समित के मुताबिक, कंपनी को दूसरे और तीसरे चरण का दोनों परीक्षण करना होगा. इसके अलावा फार्मा कंपनी वैक्सीन के लिए भारत में तीसरे चरण का मानव परीक्षण सीधे नहीं कर सकती है. डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने रूस की प्रत्यक्ष निवेश फंड से स्पुतनिक-वी वैक्सीन का मानव परीक्षण और वितरण करने के लिए साझेदारी की है.
भारत में नियामक मंजूरी मिल जाने के बाद, रूस की प्रत्यक्ष निवेश फंड हैदराबाद की डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज को वैक्सीन 100 मिलियन डोज की आपूर्ति करेगी. इस दौरान बताया जा रहा है कि स्पुतनिक-वी का तीसरे चरण का मानव परीक्षण रूस में 1 सितंबर से शुरू कर दिया गया है. स्पुतनिक-वी वैक्सीन को रूस की प्रत्यक्ष निवेश फंड और गमालेया नेशनल रिसर्च सेंटर ने मिलकर विकसित किया है.