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मस्तिष्क में आंतरिक बदलाव से बढ़ा डोपापिन, चूहों पर किया प्रयोग

Subhi
4 Sep 2021 2:52 AM GMT
मस्तिष्क में आंतरिक बदलाव से बढ़ा डोपापिन, चूहों पर किया प्रयोग
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तंत्रिका विज्ञान में पारंपरिक रूप से माना जाता रहा है कि मस्तिष्क को बाहरी संकेत मिलने पर ही डोपामिन के स्तर में बदलाव आता है।

तंत्रिका विज्ञान में पारंपरिक रूप से माना जाता रहा है कि मस्तिष्क को बाहरी संकेत मिलने पर ही डोपामिन के स्तर में बदलाव आता है। लेकिन अब एक ताजा शोध में पता चला है कि आंतरिक परिवर्तन लाकर भी मस्तिष्क में डोपामिन बढ़ाया जा सकता है।

कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी सेन डिएगो के शोधकर्ता डेविड क्लीनफेल्ड ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर चूहों को स्वेच्छा से डोपामिन के आकार और आवृत्ति बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करने में सफलता हासिल की है।
चूहों के मस्तिष्क से मापा डोपामिन का स्तर
क्लीनफेल्ड और उनके साथियों ने चूहों के मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों में एक समय में डोपामिन का स्तर मापने वाली विधि ईजाद की थी। इसमें चूहों के मस्तिष्क में बिना किसी स्पष्ट कारण के तंत्रिका कोशिकाओं से (न्यूरॉन) डोपामिन का बड़ा प्रस्फुटन होता है, जिन्हें आवेग कहा जाता है। यह हरेक मिनट में एक बार होता है।
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