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Americaअमेरिका : अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। राष्ट्रपति जो बाइडन इस दौड़ से बाहर हो चुके हैं। जो बाइडन की जगह डेमोक्रेटिक ने अब उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को उम्मीदवार के तौर पर उतारा। राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में कमला हैरिस की एंट्री के बाद से मुकाबला कड़ा हो गया। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार Donald Trump ने अमेरिका को बिटकॉइन सुपरपावर बनाने का वादा किया। उन्होंने आगे कहा कि अगर वह व्हाइट हाउस में दोबारा लौटे तो पूरे उद्योग के लाभ के लिए पारदर्शी नियामक मार्गदर्शन तैयार करने के लिए एक सलाहकार परिषद नियुक्त करेंगे। हालांकि, उन्होंने डिजिटल मुद्रा के औपचारिक संघीय रिजर्व का प्रस्ताव देने से इनकार कर दिया।
Donald Trump ने शनिवार को बिटकॉइन सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के अध्यक्ष गैरी जेन्सलर को बर्खास्त करने और रणनीतिक राष्ट्रीय बिटकॉइन भंडार बनाने का वादा किया। 78 वर्षीय ट्रंप ने कहा, मैं यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बना रहा हूं कि अमेरिका ग्रह की क्रिप्टो राजधानी और दुनिया की बिटकॉइन महाशक्ति होगा। बता दें कि बिटकॉइन दुनिया की व्यापक रूपसे अपनाई जाने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी है। विज्ञापन
ट्रंप ने कमला हैरिस को लेकर दी चेतावनी
ट्रंप ने इसकी भी चेतावनी दी कि अगर उप राष्ट्रपति कमला हैरिस राष्ट्रपति बनती है तो बिटकॉइन निवेशकों को कुचल दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “वे (डेमोक्रेटिक) आपका गला घोंटना चाहते हैं। वे आपको व्यवसाय से बाहर करना चाहते हैं। हम ऐसा होने नहीं देंगे। और अब आपकी सरकार बिटकॉइन से जुड़ी नौकरियों और व्यवसायों को दूसरे देशों में भागते हुए चुपचाप देखती नहीं रहेगी, क्योंकि अमेरिका के कानून बहुत सख्त हैं। हम अमेरिका में सभी बिटकॉइन नौकरियां रखेंगे।”
डोनाल्ड ट्रंप वार्षिक क्रिप्टोकरेंसी कॉन्फ्रेंसी को संबोधित करने वाले प्रमुख पार्टी उम्मीदवार हैं। उन्होंने बिटकॉइन और क्रिप्टो राष्ट्रपति सलाहकार परिषद स्थापित करने का वादा किया। ट्रंप ने कहा, “मुझे दुनिया में कहीं भी बिटकॉइन कार्यक्रम को संबोधित करने वाला पहला अमेरिकी राष्ट्रपति होने पर गर्व है।” राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप ने बिटकॉइन को पैसा नहीं माना था। उन्होंने बिटकॉइन की आलोचना भी की थी, लेकिन शनिवार को उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी रणनीति बदल दी।
ट्रंप ने आगे कहा, “अमेरिका और अमीर होगा। दुनिया बेहतर होगी। कई लोगों को क्रिप्टो व्यवसाय में लाया जाएगा। जिन लोगों का कहना है कि बिटकॉइन डॉलर के लिए खतरा है, उनकी कोई कहानी होगी। वर्तमान में अमेरिकी सरकार का व्यवहार डॉलर के लिए खतरा है।” उनका कहना है कि अमेरिका के वित्तीय भविष्य को खतरा क्रिप्टो से नहीं है। खतरा केवल खरबों डॉलर की बर्बादी, अनियंत्रित मुद्रास्फीति और खुली सीमाओं से है।
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Rani Sahu
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