विश्व

मर्दानगी और परंपरा के नाम पर खाया जाता है 'कुत्ते का मांस, रोक लगा सकता है दक्षिण कोरिया

Shiddhant Shriwas
5 Oct 2021 5:50 AM GMT
मर्दानगी और परंपरा के नाम पर खाया जाता है कुत्ते का मांस, रोक लगा सकता है दक्षिण कोरिया
x
दक्षिण कोरिया में इस समय 'कुत्ते के मांस' का सेवन एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. इसपर काफी बहस की जा रही है. सरकार पर दबाव है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन (Moon Jae-in) ने देश में कुत्ते के मांस के सेवन पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. उन्होंने ऐसे वक्त पर ये कहा है, जब दक्षिण कोरिया में पशु अधिकार और खाने के लिए कुत्तों को मारने की विवादास्पद प्रथा पर बहस चल रही है. इस साल अगस्त में देश के न्याय मंत्रालय में लीगल काउंसिल के निदेशक जनरल चोंग जे-मिन (Choung Jae-min) ने एक इंटरव्यू में कहा था कि देश जानवरों को कानूनी दर्जा देने के लिए अपनी नागरिक संहिता में संशोधन करने की योजना बना रहा है.

उन्होंने कहा था कि जो लोग जानवरों का दुरुपयोग करते हैं और पालतू जानवरों को छोड़ देते हैं उन्हें कठोर दंड का सामना करना पड़ेगा (South Korean Dog Meat Story). कोरियन स्टडीज अकैडमी के प्रोफेसर और प्रमुख शिक्षाविदों में से एक डॉक्टर जो यंग-हा ने कहा कि 2000 के दशक से दक्षिण कोरिया, चीन और अन्य देशों में कुत्ते के मांस की खपत में गिरावट आई है. दक्षिण कोरिया में यह प्रथा साल 1988 में दोबारा शुरू हो गई थी, जब देश ने ओलंपिक की मेजबानी की और इस प्रथा को लेकर विदेशियों ने कड़ी आलोचना की थी.
हर साल मारे जाते हैं लाखों कुत्ते
दक्षिण कोरिया में हर साल मीट के लिए करीब 10 लाख कुत्तों की हत्या की जाती है (Dog Slaughtering in South Korea). डॉक्टर जो ने ऐतिहासिक दस्तावेजों के हवाले से बताया, गोरियो और जोसियन राजवंश के दौरान कुत्ते के मांस का सेवन किया जाता था क्योंकि तब गोमांस की खपत को सीमित किया गया था. गोमांस और सूअर के मांस के विपरीत, कुत्ते का मांस आसानी से मिल जाता था और हर घर में उपलब्ध था. उन्होंने कहा, '20वीं सदी में, गाय, सूअर और मुर्गियों को विशेष रूप से मांस के लिए पाला जाता था. लेकिन कोरियाई लोगों, विशेष रूप से पुरुषों ने कुत्ते का मांस खाना बंद नहीं किया. कुत्ते के मांस को मर्दानगी और समाज के ताकतवर समूह से जोड़ा गया.'
क्यों लग सकता है मांस पर प्रतिबंध?
सबसे पहले इस प्रथा की आलोचना 1988 में ओलंपिक के दौरान हुई थी. देश में समाज का एक तबका कुत्ते के मांस को परंपरा से जोड़ता है, तो वहीं 60 फीसदी के करीब लोग इसे ठीक नहीं मानते. ये लोग पेट डॉग्स को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं, ना कि खाना. मांस पर प्रतिबंध लगाने के लिए मून ने देश के पीएम किम बू-क्यूम से बात की थी. देश में कुत्तों और बिल्लियों की क्रूर हत्या पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून है लेकिन मांस के सेवन पर रोक नहीं है. सरकार पर लगातार कुत्ते के मांस पर प्रतिबंध का दबाव बनाया जा रहा है (South Korea Dog Meat Culture). अगले साल मार्च में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं, जिसमें लड़ने वाले उम्मीदवारों ने भी कुत्ते के मांग पर रोक लगाने का वादा किया है.


Next Story