विश्व

'द ऑस्ट्रेलियन' में छपी भारत के कोरोना हालात पर विवादित रिपोर्ट, भारतीय उच्चायोग ने 'आधारहीन' बता कर फटकारा

Gulabi
27 April 2021 6:32 AM GMT
द ऑस्ट्रेलियन में छपी भारत के कोरोना हालात पर विवादित रिपोर्ट, भारतीय उच्चायोग ने आधारहीन बता कर फटकारा
x
ऑस्ट्रेलिया के एक दैनिक अखबार ‘द ऑस्ट्रेलियन’ ने भारत में कोरोना को लेकर पैदा हुए हालात पर एक रिपोर्ट छापी है

ऑस्ट्रेलिया (Australia) के एक दैनिक अखबार 'द ऑस्ट्रेलियन' ने भारत में कोरोना (Coronavirus in India) को लेकर पैदा हुए हालात पर एक रिपोर्ट छापी है. इस रिपोर्ट में बेहद ही घटिया और विवादास्पद शीर्षक दिया गया है. रिपोर्ट का शीर्षक है, 'मोदी ने भारत को लॉकडाउन से बाहर निकाला…और इसे एक सर्वनाश की तरफ धकेल दिया.' 'द ऑस्ट्रेलियन' अखबार की इस रिपोर्ट को लेकर ऑस्ट्रेलिया में मौजूद भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) ने कड़ी निंदा की है. उच्चायोग ने इस रिपोर्ट को आधारहीन बताया है.

भारत के कोरोना हालात पर छापी 'विवादित' रिपोर्ट


'द ऑस्ट्रेलियन' की ये रिपोर्ट ऑनलाइन भी मौजूद है. इसमें भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए हजारों लोगों को चुनावी रैली में शामिल होने, कुंभ मेले की इजाजत देने, अधिक संक्रामक वेरिएंट पर विशेषज्ञों की सलाह को नजरअंदाज करने और मेडिकल ऑक्सजीन एवं वैक्सीन की कमी को जिम्मेदार ठहराया गया है. म्यूटेटेड कोविड वायरस के संभावित प्रभाव को स्वीकारते हुए रिपोर्ट में सरकार की नीतियों, राष्ट्रवादी राजनीति, वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार, खराब स्वास्थ्य प्रणाली और रोकथाम करने के बजाय प्रचार करने का उल्लेख किया गया है.
उच्चायोग ने संपादक पर लगाया भारत की छवि खराब करने का आरोप
भारतीय उच्चायोग ने 'द ऑस्ट्रेलियन' के संपादक क्रिस्टोफर डोर को सोमवार को पत्र लिखा. इस पत्र में उन पर महामारी से लड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए बेहतर दृष्टिकोण को कम करने के एकमात्र उद्देश्य से लिखी गई एक रिपोर्ट को प्रकाशित करने का आरोप लगाया. पत्र में उन सभी कदमों की जानकारी दी गई है, जिन्हें भारत सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए उठाया है. इन कदमों में पिछले साल मार्च में लॉकडाउन लागू करने से लेकर वैक्सीनेशन अभियान तक का जिक्र है.
भारत की 'वैक्सीन डिप्लोमेसी' से बची लाखों लोगों की जान
उच्चायोग के पत्र में कहा गया, भारत ने जांच और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए रिकॉर्ड समय में अपग्रेडेशन किया है. इस वजह से लाखों लोगों को बचाया गया है और इसकी वैश्विक समुदाय द्वारा सराहना की गई है. इस पत्र में भारत सरकार की 'वैक्सीन डिप्लोमेसी' और सुरक्षा उपकरणों के निर्यात का भी जिक्र किया गया है. साथ ही दावा किया गया है कि इस वजह से दुनियाभर में लाखों लोगों की जान बची है. 'द ऑस्ट्रेलियन' द्वारा भारत के प्रधानमंत्री और एक धार्मिक सभा को मामलों में वृद्धि होने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. उच्चायोग ने इस पर उसकी जमकर आलोचना की है.
Next Story