एक बार फिर रूसी मिसाइल सिस्टम S-400 की आपूर्ति को लेकर भारत और अमेरिका के संबंधों की चर्चा जोरों पर हैं। रूस यूक्रेन के बीच भारत और अमेरिका के संबधों में थोड़ा खिंचाव देखा गया है। ऐसे में S-400 मिसाइल को लेकर दोनों देशों के संबंधों में दरार का अंदेशा लगाया जा रहा है। अमेरिका, भारत-रूस के इस रक्षा डील से शुरू से खफा रहा है। ऐसे में यह मामला और भी गरम हो जाता है। हालांकि, अमेरिकी संसद में भारत समर्थक एक लाबी इस रक्षा डील का समर्थन कर रही है। दरअसल, अमेरिका अपनी थाड (THAAD) मिसाइल की डील भारत से करना चाहता था, लेकिन उसने रूसी मिसाइल S-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम को ज्यादा उपयुक्त पाया। इसको लेकर भी अमेरिका की बड़ी नाराजगी है। आइए इस कड़ी में हम जानते हैं कि अमेरिकी थाड और रूसी एस-400 की तुलना में किसमें कितना दम है। भारत ने एस-400 को प्राथमिकता क्यों दी।