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हालांकि, सुई सदर्न गैस कंपनी ने दावा किया है कि इस इलाके में गैस पाइपलाइन मौजूद नहीं है।
पाकिस्तान में बौद्ध काल के 2300 साल पुराने एक मंदिर की खोज हुई है। जमीन से कई कीमती कलाकृतियां भी मिली हैं। पाकिस्तानी व इतालवी पुरातत्वविदों की संयुक्त उत्खनन टीम को यह कामयाबी मिली है। अधिकारियों ने बताया, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्वात जिले की बारिकोट तहसील में बजीरा शहर में एक एतिहासिक स्थल में खोदाई के दौरान यह मंदिर निकला। इसे पाकिस्तान में बौद्ध काल का सबसे पुराना मंदिर बताया गया है। यह मंदिर पाकिस्तान के तक्षशिला में मिले मंदिरों से भी पुराना है।
इतालवी विशेषज्ञों का मानना है कि बजीरा शहर में जमीन के नीचे अभी कई पुरातात्विक स्थल मौजूद हो सकते हैं। इटली के कई नामी विश्वविद्यालयों व खैबर पख्तूनख्वा पुरातत्व विभागों के पीएचडी छात्र बजीरा शहर में इन स्थलों की खोदाई में जुटे हुए हैं।
2700 कलाकृतियां भी मिलीं
पुरातत्वविदों को मंदिर के अलावा बौद्ध काल की 2700 से अधिक कलाकृतियां भी मिली हैं। इन कलाकृतियों में सिक्के, अंगूठियां और बर्तन शामिल हैं। वहीं, ग्रीस के राजा मेनेंडर के समय में इस्तेमाल होने वाली खरोष्ठी भाषा में लिखे अवशेष भी मिले हैं।
पाकिस्तान में गैस पाइपलाइन में धमाका, 16 लोगों की मौत
पाकिस्तान में शनिवार को एक बैंक में हुए शक्तिशाली धमाके में 16 लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इमारत के नीचे से जा रही गैस पाइपलाइन में यह धमाका हुआ। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना शेरशाह इलाके की है। बैंक की इमारत का निर्माण सीवेज ड्रेन से ढकी गैस पाइपलाइन के ऊपर हो रखा था। धमाके से इमारत को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है। मृतकों में एचबीएल बैंक के कर्मचारी व ग्राहक शामिल हैं। धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज काफी दूर तक सुनाई दी। पुलिस ने इसे आतंकी घटना मानने से इन्कार किया है। प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं कि गैस पाइपलाइन के ऊपर इमारत के निर्माण की अनुमति कैसे मिली। हालांकि, सुई सदर्न गैस कंपनी ने दावा किया है कि इस इलाके में गैस पाइपलाइन मौजूद नहीं है।
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