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भारतीयों को बंधक बनाने को लेकर क्या रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने झूठ बोला? देखें ये वीडियो
jantaserishta.com
4 March 2022 8:07 AM GMT
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नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध हर बीतते दिन के साथ और भीषण होता जा रहा है. दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है और सैन्य कार्रवाई में भी तेजी देखने को मिली है. इस बीच मिशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी भी शुरू हो चुकी है. हजारों छात्र वापस आ चुके हैं और कई अभी भी फंसे हुए हैं.
पुतिन क्या बड़ा दावा किया?
अब भारत सरकार की पूरी कोशिश है कि वहां फंसे सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द निकाला जाए, लेकिन रूस के राष्ट्रपति ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि यूक्रेन द्वारा कई भारतीयों का इस्तेमाल ढाल की तरह किया जा रहा है. उनकी माने तो तीन हजार से ज्यादा छात्रों को यूक्रेन ने बंधी बनाया था जिन्हें बाद में रूसी सेना ने रिहा करवाया. राष्ट्रपति पुतिन ने चीनी नागरिकों को लेकर भी यही दावा किया कि उन्हें भी यूक्रेन ढाल बनाने का प्रयास कर रहा है.
ये बड़ा बयान राष्ट्रपति पुतिन ने सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक के बाद दिया था. पीएम मोदी से दूसरी वार्ता के दौरान भी उन्होंने इस मुद्दे का जिक्र किया था और जोर देकर कहा था कि यूक्रेन कई भारतीयों को ढाल की तरफ इस्तेमाल कर रहा है और उसी वजह से उनके रेस्क्यू में देरी हो रही है. अब रूस की तरफ से जरूर लगातार ये दावा किया जा रहा है, लेकिन भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन द्वारा किसी भी भारतीय को किसी भी समय बंधी नहीं बनाया गया है.
भारत ने क्यों गलत बताया?
Breaking: Russian President Vladimir Putin says more than 3000 Indian citizens hostage in Kharkiv by Ukraine authorities
— Sidhant Sibal (@sidhant) March 3, 2022
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जारी बयान में कल विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हमे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. इस समय ज्यादातर भारतीयों को खारकीव से बाहर निकाल लिया गया है. कुछ लोग जरूर अभी भी युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए हैं, लेकिन यूक्रेन द्वारा उनका ढाल की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इससे पहले भी विदेश मंत्रालय ने एक बयान के जरिए सभी अटकलों पर विराम लगाने का काम किया था.
तब विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हमें ध्यान देना चाहिए कि यूक्रेनी अधिकारियों की मदद से कई छात्र कल खारकीव छोड़ पाए हैं. हमें किसी भी छात्र के बंधक बनाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. हमने यूक्रेन के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वो यूक्रेन से विशेष ट्रेनों की व्यवस्था कर खारकीव और यूक्रेन के दूसरे इलाकों में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने में हमारा समर्थन करें. वैसे अगर रूस की तरफ से यूक्रेन पर आरोप लगाया गया है तो यूक्रेन ने भी यही आरोप रूस पर मढ़े हैं. उसके मुताबिक रूसी सेना ने भारतीयों को बंधक बनाने का काम किया है. लेकिन भारत की तरफ से उस दावे को भी सिरे से खारिज कर दिया गया.
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