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पाकिस्तान में कोरोना और लॉकडाउन के बावजूद आर्थिक विकास दर में बढ़त दर्ज, जानिए IMF ने क्या कहा

Neha Dani
23 May 2021 6:25 AM GMT
पाकिस्तान में कोरोना और लॉकडाउन के बावजूद आर्थिक विकास दर में बढ़त दर्ज, जानिए IMF ने क्या कहा
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क्योंकि विपक्ष उनपर लगातार अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के आरोप लगा रहा है.

कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) और लॉकडाउन के कारण दुनिया के अधिकतर देशों की अर्थव्यवस्था को नुकसान उठाना पड़ा है लेकिन इस बीच पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था (Pakistan Economic Growth) को लेकर अच्छी खबर आई है. स्थानीय वेबसाइट डॉन के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान की आर्थिक विकास दर 3.94 प्रतिशत दर्ज की गई है. जबकि बीते साल 2019-20 में आर्थिक विकास दर 0.47 फीसदी रही थी.

पाकिस्तान के लिए ये हैरानी की बात इसलिए है क्योंकि इतनी विकास दर की उम्मीद खुद वहां की सरकार और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं ने भी नहीं की थी. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का अनुमान था कि जीडीपी की बढ़त 3 फीसदी रह सकती है. जबकि वित्त मंत्रालय ने इससे थोड़ी कम दर रहने का अनुमान जताया था. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक (World Bank) ने विकास दर 1.3 फीसदी और 1.5 फीसदी के बीच रहने की बात कही थी. पाकिस्तान में कई साल से सेवा क्षेत्र को देश में आर्थिक विकास का प्रमुख कारण माना जाता है और इस साल इसमें 4.43 फीसदी की वृद्धि देखी गई है.
इमरान खान ने किया ट्वीट
इसपर खुशी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट किया है (Pakistan Economic Growth Rate 2021). अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है, 'नेशनल अकाउंट कमिटी ने जीडीपी में बढ़त के अनुमान को अंतिम रूप दिया है और जीडीपी बढ़त 3.94 फीसदी बताई है. कोरोना महामारी के बावजूद इतनी विकास दर रहने से हमारी सरकार की आर्थिक नीतियों का कामियाबी का पता चलता है. हमारी वी-शेप्ड रिकवरी ने तीन प्रमुख क्षेत्रों: कृषि, उद्योग और सेवा में संतुलन बनाया है.' इमरान खान अपनी सरकार के लोगों से भी खूब वाहवाही बटोर रहे हैं.
प्रति व्यक्ति आय बढ़ी
पाकिस्तान के योजना मंत्री असद उमर ने इमरान खान सरकार की तारीफ करते हुए कहा है कि कोरोना में पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद विकास दर का 3.94 फीसदी रहना सरकार की सफलता का सबूत है (Economic Growth and Development of Pakistan). उन्होंने कहा कि इससे अब देश में प्रति व्यक्ति आय 1,361 डॉलर से बढ़कर 1,541 डॉलर तक हो गई है. इमरान खान के लिए ये राहत की बात इसलिए है क्योंकि विपक्ष उनपर लगातार अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के आरोप लगा रहा है.

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