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श्रीलंका में प्रदर्शन तेज, उपद्रवियों ने PM विक्रमसिंघे का घर फूंका

Subhi
10 July 2022 12:59 AM GMT
श्रीलंका में प्रदर्शन तेज, उपद्रवियों ने PM विक्रमसिंघे का घर फूंका
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श्रीलंका में चल रहे आर्थिक संकट के बीच जनता सड़कों पर उतर आई. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. हालांकि, इस दौरान जनता राष्ट्रपति आवास में घुस गई.

श्रीलंका में चल रहे आर्थिक संकट के बीच जनता सड़कों पर उतर आई. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. हालांकि, इस दौरान जनता राष्ट्रपति आवास में घुस गई. इस दौरान राष्ट्रपति गोटाबाया आवास छोड़कर भाग गए. प्रदर्शनकारी यहीं नहीं रुके. उन्होंने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के आवास पर आग लगा दी. वहीं, इससे पहले श्रीलंकाई प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने सर्वदलीय सरकार के गठन के लिए इस्तीफे दे दिया था.

हालात बेकाबू

गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के हालात बेकाबू हो गए हैं. सरकार से हालात संभल नहीं रहे, राष्ट्रपति भाग खड़े हुए हैं और जनता किसी की नहीं सुन रही है. एक दिन पहले ही श्रीलंका सरकार ने ऐलान किया था कि देश दिवालिया हो गया है, आज लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.

लगाया गया कर्फ्यू

कोलंबो में हालात बिगड़ने के डर से कर्फ्यू लगा दिया गया था, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी फिर भी हजारों की संख्या में श्रीलंकाई नागरिक सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का बिगुल फूंक दिया. कर्फ्यू को तोड़ते हुए प्रदर्शनकारी तेज़ी से राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ने लगे.

राष्ट्रपति भवन में दाखिल हुए लोग

कुध ही देर में लोगों का हुजूम राष्ट्रपति भवन में दाखिल हो गया. मुट्ठी भर सुरक्षाकर्मी नाकाफी साबित हुए और प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया. राष्ट्रपति भवन के अंदर घुसकर प्रदर्शनकारियों को जहां जगह मिली, वहीं बैठ गए और बढ़ती महंगाई का विरोध करने लगे. प्रदर्शनकारी काफी देर तक राष्ट्रपति भवन के अंदर हंगामा करते रहे. प्रदर्शनकारी गोटा-गो-गामा के नारे भी लगा रहे थे. इसका मतलब है कि गोटबाया अपने गांव जाओ.

पीएम के घर में लगाई आग

राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के घर के बाहर भी हंगामा किया. इस दौरान पीएम के निजी आवास पर आग लगा दी. दरअसल, श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है. लोगों को रोजमर्रा से जुड़ी चीजें भी नहीं मिल पा रही हैं या कई गुना महंगी मिल रही हैं.

मार्च से ही बढ़ रहा है दबाव

वहीं, राजपक्षे पर मार्च से ही इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा था. वह अप्रैल में प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके कार्यालय के प्रवेश द्वार पर कब्जा करने के बाद से ही राष्ट्रपति आवास को अपने आवास तथा कार्यालय के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. इस बीच, श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने देश की सेना और पुलिस से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने का आग्रह किया.


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