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अफगानिस्तान में बुनियादी सुविधाओं की मांग करना भी गुनाह, सुरक्षा बलों ने बरसाईं गोलियां, तीन की मौत, 42 घायल

Neha Dani
9 Jun 2021 2:55 AM GMT
अफगानिस्तान में बुनियादी सुविधाओं की मांग करना भी गुनाह, सुरक्षा बलों ने बरसाईं गोलियां, तीन की मौत, 42 घायल
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हालांकि तालिबान ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी.

उत्तरी अफगानिस्तान (North Afghanistan) में स्वच्छ पानी और बिजली की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों (Protesters) पर सुरक्षा बलों ने मंगलवार को गोली चला दी जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 42 अन्य जख्मी हो गए. प्रदर्शनकारियों और प्रांतीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी. फैज़ाबाद शहर में बदख्शान प्रांत के गवर्नर के दफ्तर (Governor Office) के बाहर साफ पानी के वास्ते प्रदर्शन के लिए करीब 200 लोग जमा हुए.

वे एक नए बिजली संयंत्र के उद्घाटन के फौरन बाद पहुंचे. प्रदर्शनकारी सीबगतुल्लाह अंदेशमंद ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया कि प्रदर्शनकारी चाहते थे कि गवर्नर मोहम्मद जकारिया सौदा उनकी मांगों पर प्रतिक्रिया दें लेकिन उनके दफ्तर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उन पर गोलीबारी कर दी.
गवर्नर के सुरक्षा कर्मियों पर लगाया आरोप
प्रांतीय अस्पताल के चिकित्सा निदेशक शफीकुल्लाह हमदर्द ने कहा कि तीन लोगों की मौत हुई है और 42 अन्य जख्मी हुए हैं. गवर्नर के दफ्तर ने टिप्पणी के लिए संपर्क किए जाने पर कोई जवाब नहीं दिया. प्रांतीय पुलिस प्रवक्ता सनाउल्लाह रोहन ने कहा कि गवर्नर के सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई है न कि पुलिस ने.
इस बीच अंदेशमंद ने कहा कि तालिबान के लड़ाके फैज़ाबाद शहर के दरवाजों तक पहुंच गए हैं. अब्दुल जहीर फौज़ ने बताया कि पश्चिमी गौर प्रांत में तालिबानी लड़ाकों और अफगान सरकार के बलों के बीच गोलीबारी में फंसने से पांच नागरिकों की मौत हो गई है.
बम धमाके में हुई 11 यात्रियों की मौत
इससे पहले रविवार को खबर आई कि अफगानिस्तान के उत्तर पश्चिम में यात्रियों को ले जा रही एक मिनी वैन सड़क किनारे लगाए गए बम का शिकार हो गई. इस बम धमाके में तीन बच्चों सहित 11 यात्रियों की मौत हो गई. एक अफगान अधिकारी ने रविवार को इसकी जानकारी दी. बादगीश प्रांत के गवर्नवर हेसामुद्दीन शम्स ने बताया कि धमाके के बाद उसके कंपन से मिनी वैन खाई में गिर गई.
किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी लेकिन प्रांतीय सरकार ने तालिबान पर आरोप लगाया था कि इसने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए सड़क किनारे बम रखा था. हालांकि तालिबान ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी.

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