
फिलिस्तीनी पाठ्यपुस्तकों से उत्तेजना और यहूदी-विरोधी भावना को हटाने के लिए धन जारी करने की शर्त के लिए यूरोपीय संघ के अधिकारी ने समर्थन जताया है।
पिछले सप्ताह यूरोपीय संसद में दो प्रस्ताव जारी किए गए थे, जिसमें फिलिस्तीनी पाठ्यपुस्तकों में 'सभी यहूदी विरोधी संदर्भों को हटाने, और नफरत और हिंसा भड़काने वाले उदाहरणों को हटाने' की मांग की गई है। इसके अलावा इनके फंडिंग पर भी रोक लगाने की मांग की गई है।
नफरत और हिंसा को बढ़ावा देना गलत
यूरोपीय आयुक्त ओलिवर वर्हेली ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'नफरत और हिंसा को बढ़ावा देना और आतंक का महिमामंडन करना ई.यू. के मूल मूल्य का उल्लंघन है। यह हमारे समाज के लिए, विशेष रूप से कक्षाओं और पाठ्यपुस्तकों में,एक जहर की तरह काम करेगी। आंखें मूंद लेने का कोई औचित्य नहीं हो सकता, न तो यूरोप में और न ही उसके बाहर।'
वित्त पोषण से इनकार
ट्वीट में ई.यू. अधिकारी ने आगे कहा कि आयोग बजटीय प्राधिकरण के इस अनुरोध को विधिवत नोट करता है। मई में, वारहेली ने कहा कि यूरोपीय संघ सुनिश्चित करेगा कि वह इजराइल के खिलाफ भड़काने वाली फिलिस्तीनी पाठ्यपुस्तकों को वित्त पोषण नहीं दे रहा है। उन्होंने पहले घोषणा की थी कि यूरोपीय संघ पी.ए. की पाठ्यपुस्तकों का दूसरा अध्ययन करेगा।
हिंसा को उकसाने का उल्लेख
पिछले प्रस्तावों में सीधे तौर पर यहूदी विरोधी भावना को हटाने का आह्वान किए बिना हिंसा को उकसाने का उल्लेख किया गया था। पिछले सप्ताह के प्रस्तावों के शब्द स्पष्ट रूप से ई.यू. द्वारा वित्त पोषित पाठ्यपुस्तकों को 'आतंकवादी हमलों में किशोरों की बढ़ती भागीदारी' से जोड़ते हैं। यूरोपीय संसद के प्रस्तावों में कहा गया है कि यूरोपीय संघ को पी.ए. को दी जाने वाली अपनी फंडिंग रोक देनी चाहिए। जब तक इसका पाठ्यक्रम यूनेस्को मानकों के अनुरूप नहीं हो जाता।
