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नई दिल्ली, (आईएएनएस)| छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने सरकार से उच्च शिक्षा तथा रिसर्च पर जीडीपी का कुल 2 प्रतिशत व्यय करने की मांग की है। इसके साथ ही छात्रों ने विश्वविद्यालयों के अकादमिक सत्र में विलंब, प्रवेश परीक्षाओं तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितताओं को चिंताजनक बताया है।
अभाविप उच्च शिक्षा तथा शोध क्षेत्र में अधिक बजट आवंटित करने और राष्ट्रीय शोध प्रतिष्ठान के लिए निर्धारित बजट को चरणबद्ध तरीके से जारी करने की बात कही। छात्रों का कहना है कि भारतीय भाषाओं में तकनीकी व मेडिकल शिक्षा सहित सभी पाठ्यक्रमों को पढ़ने का अवसर मिलना चाहिए।
शिक्षा का कहना है कि कोरोना के उपरांत विलंब से चल? रहे अकादमिक सत्र को पुन पटरी पर लाने तथा एनटीए द्वारा आयोजित की जा रही परीक्षाओं में विलंब तथा तकनीकी दिक्कतों को ठीक करने की आवश्यकता है। इसके अलावा छात्र संगठन ने बुधवार को दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं को पारदर्शी ढंग से आयोजित कराने आदि विषयों को उठाया। छात्रों ने उपर्युक्त विषयों पर सरकार से छात्रों के हित में शीघ्र निर्णय लेने की मांग की है।
गौरतलब हो कि अभाविप का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर में 25-27 नवंबर के मध्य सम्पन्न हुआ है। राष्ट्रीय अधिवेशन में योगगुरु बाबा रामदेव तथा केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान शामिल हुए थे। अभाविप के राष्ट्रीय अधिवेशन में कुल पांच प्रस्ताव हजारों प्रतिनिधियों के साथ व्यापक चर्चा व सुझाव के द्वारा पारित हुए।
अभाविप के इन पांच प्रस्तावों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए बजट के आवंटन, भारतीय ज्ञान परंपरा से युक्त भारतीय भाषाओं में पढ़ाई होने, आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएफआई जैसे संगठनों व उनसे सहानुभूति रखने वालों का कड़ा प्रतिकार करने तथा भारत की वैश्विक पटल पर उभरती भूमिका जैसे विषयों को उठाया गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का अगला राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि भारत की शिक्षा व्यवस्था एक व्यापक परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। भारत में करोड़ों की संख्या में छात्र हैं, उनकी आशाओं को यदि पंख देना है तो भारत सरकार के साथ राज्य सरकारों को ईमानदारी से काम करना होगा। अभाविप के राष्ट्रीय अधिवेशन में भविष्य का ध्यान रख जो प्रस्ताव पारित हुए हैं, उनमें उल्लेखित बातों को धरातल पर उतारने के लिए अभाविप कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया है।
अभाविप के अक्षित दहिया ने कहा कि देश में शिक्षा व्यवस्था को नवाचारों से जोड़ने के प्रयास तीव्र होने चाहिए। भारत में छात्रों की कुल संख्या विश्व के अनेक देशों की कुल संख्या से भी ज्यादा है, ऐसे में युवाओं को शोध,स्किल तथा अच्छी शिक्षा द्वारा एक ऐसे वैश्विक नागरिक के रूप में गढ़ना होगा जो विश्व का नेतृत्व करने वाला है। हम शिक्षा क्षेत्र से सम्बन्धित छात्रों की मांगों को लेकर लगातार प्रयासरत हैं।
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