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यूक्रेन में मरने वालों की संख्या रिपोर्ट की तुलना में हजारों अधिक: UN
Gulabi Jagat
10 May 2022 1:02 PM GMT
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मरने वालों की संख्या रिपोर्ट की तुलना में हजारों अधिक
जिनेवा,रायटर्स। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने एक रिपोर्ट जारी की है। यूक्रेन के लिये संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार निगरानी मिशन के प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि युद्ध की वजह से हुए लोगों की मौत के जो आधिकारिक आंकड़े सामने आए हैं, वो अर्धसत्य है। दरअसल, आधाकारिक आंकड़ों के मुताबिक, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग के दौरान 3,381 नागरिक मारे जा चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र मानव के प्रमुख मटिल्डा बोगनर यूक्रेन में राइट्स मानिटरिंग मिशन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि हम फिलहाल मौत के आंकड़ों का अनूमान लगा रहे हैं, लेकिन मैं बस इतना ही बोल सकती हूं कि मौत के जो आधिकारिक आंकड़े हमने आपको बताया है, उससे लगभग हजारों ज्यादा लोग युद्ध में मारे गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मारियुपोल शहर में कितने लोग मारे गए हैं, उसका आंकड़ा बता पाना बेहद मुश्किल है।
यूएन टीम, जिसमें यूक्रेन में 55 मानिटर शामिल हैं, ने कहा है कि ज्यादातर मौतें मिसाइल और हवाई हमलों जैसे व्यापक प्रभाव वाले विस्फोटक हथियारों के इस्तेमाल से हुई हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध के दौरान 3,381 मासूम नागरिक मारे जा चुके हैं वहीं 3,680 लोग घायल हुए हैं। बता दें कि रूस की सेना ने शनिवार को दक्षिणी यूक्रेन के ओडेसा शहर में क्रूज मिसाइलें दागीं और मारियुपोल में घेरे गए इस्पात संयंत्र पर बमबारी की। न्यू यार्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 7,000 से ज्यादा रूसी सैनिक युक्रेन में मारे जा चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवीय कार्यालय के प्रमुख ने बताया कि जंग की वजह से 130 लाख यूक्रेनी नागरिकों को घरों को छोड़ कर जाना पड़ा है।
पश्चिमी देशों पर पुतीन ने लगाए आरोप
Latest update on civilian casualties in context of Russia's armed attack against #Ukraine: 3,381 killed, incl 235 children; 3,680 injured, incl 346 children, mostly caused by shelling & airstrikes. Actual toll is much higher. More ➡️ https://t.co/LOrd7wJaq1 pic.twitter.com/sf6VttJ7lv
— UNHumanRightsUkraine (@UNHumanRightsUA) May 9, 2022
द्वितीय विश्वयुद्ध की 77 वीं वर्षगांठ पर मास्को के लाल चौक पर आयोजित समारोह में सोमवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर रूस को कमजोर करने और उस पर हमले की तैयारी करने का आरोप लगाया। कहा कि नाटो हमारी सीमाओं पर खतरा पैदा कर रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर ही 24 फरवरी को सैन्य कार्रवाई का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि अपने 11 मिनट के भाषण में पुतिन ने एक बार भी यूक्रेन का नाम नहीं लिया। उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर कोई घोषणा भी नहीं की। लेकिन लेकिन पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में लड़ रहे सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, आप मातृभूमि के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। देश के भविष्य के लिए लड़ रहे हैं। किसी को भी द्वितीय विश्वयुद्ध का सबक नहीं भूलना चाहिए। दुनिया में जल्लादों, गलत तरीके से बदलाव करने वालों और नाजियों के लिए कोई जगह नहीं है। इसलिए हम नव नाजीवाद के खात्मे के लिए लड़ रहे हैं।
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Gulabi Jagat
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