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यूके में कोरोना से मरने वालों की संख्या 75 हजार करीब पहुंची, स्कूल खोलने को लेकर टीचर्स यूनियन कर रहे ये मांग

Gulabi
3 Jan 2021 11:05 AM GMT
यूके में कोरोना से मरने वालों की संख्या 75 हजार करीब पहुंची, स्कूल खोलने को लेकर टीचर्स यूनियन कर रहे ये मांग
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ब्रिटेन में कोरोना वायरस नया स्ट्रेन यानी नया रूप मिलने के बाद कोरोना मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ब्रिटेन में कोरोना वायरस नया स्ट्रेन यानी नया रूप मिलने के बाद कोरोना मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसके चलते इंग्लैंड की सरकार पर अध्यापकों का दबाव भी तेजी से बढ़ने लगा है. रविवार को टीचर्स यूनियन ने कम से कम अगले दो हफ्ते स्कूलों को बंद रखने की मांग की है.


हालांकि, सरकार ने पहले ही लंदन के स्कूलों को अगले एक हफ्ते तक बंद रखने का आदेश दिया हुआ है ताकि नए स्ट्रेन के प्रभाव का आकलन किया जा सके. लेकिन टीचर्स यूनियन इस पॉलिसी को पूरे इंग्लैंड में लागू करवाना चाहती है. अध्यापकों को अपने और बच्चों दोनों के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

शनिवार को यूके में कोरोना वायरस के मामले अपने पीक पर पहुंच चुके हैं. अकेले शनिवार को यूके में 57,725 मामले दर्ज किए गए. जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों की मानें तो यूरोप में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हुए देशों की पंक्ति में यूके इटली को पीछे करते हुए पहले नम्बर पर पहुंच चुका है. यूके में कोरोना वायरस के चलते अब तक लगभग 75 हजार मौत हो चुकी है.

यूके में इस बात का डर सता रहा है कि अगले हफ्तों में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि होने की आशंका है. पिछले पांच दिन में अब तक कोरोना वायरस मामलों के पांच उच्चतम आंकड़े आए हैं. हर दिन आंकड़ों की संख्या इतनी आ रही है जितनी पहले कभी नहीं आई. हर रोज 50 हजार से अधिक कोरोना मामले सामने आ रहे हैं. ये संख्या अभी कुछ दिन पहले तक आ रही कोरोना मामलों की संख्या का लगभग डबल है.


शनिवार को आपातकालीन बैठक के बाद, नेशनल एजुकेशन यूनियन, जो शिक्षा से जुड़े करीब 4.5 लाख कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करती है, ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव सरकार से ऑनलाइन शिक्षा को अगले दो हफ्ते तक और चालू रखने के लिए कहा है. यूनियन ने ये भी कहा कि उन्हें 'अस्वस्थ्य, असुरक्षित माहौल' में काम करने से मना करने का कानूनी हक है, चूंकि हर रोज अस्पतालों में कोरोना मामले बढ़ रहे हैं. हर रोज नागरिकों की मौत हो रही है. ऐसे में उनके पास काम करने से मना करने का कानूूनी अधिकार है.


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