विश्व
सिरप से मौत: मोदी सरकार पर कांग्रेस का निशाना, बीजेपी ने दिया करारा जवाब
Bhumika Sahu
29 Dec 2022 11:41 AM GMT
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भारतीय दवा कंपनियों के सिरप पीने की वजह से हुई बच्चों की मौत के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में कथित तौर पर भारतीय दवा कंपनियों के सिरप पीने की वजह से हुई बच्चों की मौत के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल, आज सुबह ही कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस मुद्दे को उठाते हुए मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को भारत को दुनिया की 'फार्मेसी' की तरह पेश करने के बजाय इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उनके इस ट्वीट पर भाजपा के नेताओं ने भड़कते हुए रमेश पर सवाल उठाए और कहा कि कांग्रेस देश को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती।
क्या है उज्बेकिस्तान-गाम्बिया में कफ सिरप से जुड़ी घटना?
उज्बेकिस्तान ने दावा किया है कि देश में 18 बच्चों की कथित तौर पर एक भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित खांसी की दवा पीने से मौत हुई। उज्बेक स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इन बच्चों ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित खांसी के सिरप 'डॉक-1 मैक्स' का सेवन किया था। इस मामले में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि इससे पहले अफ्रीकी देश गाम्बिया में जुलाई में अलर्ट जारी किया गया था। वहां, किडनी की समस्या से बच्चे बीमार होने लगे थे। करीब 70 बच्चों की मौत की खबर आई। इन मौतों में एक जैसा पैटर्न सामने आया। जान गंवाने वाले सभी बच्चों की उम्र पांच साल से कम थी। ये बच्चे कथित तौर पर 'मेड इन इंडिया' सर्दी-खांसी के सिरप लेने के तीन से पांच दिन बाद ये गंभीर रूप से बीमार हुए थे। हालांकि, डीसीजीआई ने हाल ही में साफ किया कि जिन बच्चों की मृत्यु हुई थी, उन्होंने सिरप का सेवन नहीं किया। इस बारे में भारतीय एजेंसी ने डब्ल्यूएचओ को भी चिट्ठी लिखी थी।
कांग्रेस नेता ने क्या ट्वीट किया?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मामले को लेकर गुरुवार सुबह ही ट्वीट किया, ''भारत में निर्मित सिरप खतरनाक दिखाई देते हैं। पहले गाम्बिया में 70 बच्चों की मौत हुई और अब उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हुई। मोदी सरकार को यह डींग हांकना बंद कर देना चाहिए कि भारत दुनिया के लिए औषधालय है। सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।''
भाजपा नेता क्या बोले?
जयराम रमेश के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ''गाम्बिया में बच्चों की मौत से भारत में निर्मित सिरप का कोई लेनादेना नहीं है। इस बारे में गाम्बिया के प्रशासन और डीसीजीआई दोनों ने स्पष्टीकरण दिया है। लेकिन मोदी के प्रति नफरत में अंधी हो चुकी कांग्रेस भारत एवं उसकी उद्यमी भावना का मजाक बना रही है।''वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव वाई सत्य कुमार ने कहा, "विपक्ष की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति भरपूर नफरत अब भारत के प्रति नफरत में बदल गई है। पहले ही डीजीसीआई और गाम्बिया इस मामले में साफ कर चुके हैं कि भारतीय कफ सिरप का बच्चों की मौत से कोई लेना देना नहीं है। आप लोग भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।"भाजपा नेता सीटी रवि ने जयराम रमेश के ट्वीट पर कहा, "ये झूठे अपने गुरुओं की राह पर हैं, जो लगभग हर बात पर झूठ बोलते हैं। यह साबित हो चुका है कि गाम्बिया में बच्चों की मौत से मेड इन इंडिया सिरप का कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन कांग्रेस ने अपना मेड इन चाइना झूठ फैलाना जारी रखा है। दूसरी तरफ एक और ट्विटर यूजर आलोक भट्ट ने कहा कि भारत के लिए नफरत की वजह से इस पार्टी ने देश के संस्थानों और उनकी रिपोर्ट्स की भी उपेक्षा शुरू कर दी है और प्रोपगैंडा चलाने वालों की बात कहना शुरू किया है। मैं सोचता हूं कि क्या इस पार्टी को भारत के लोकतंत्र में भागीदारी का अधिकार भी है।
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