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अमेरिका में कोरोना की खतरनाक लहर, 24 घंटों में आए करीब डेढ़ लाख नए मामले, 1600 लोगों की मौत

Neha Dani
12 Nov 2020 2:31 AM GMT
अमेरिका में कोरोना की खतरनाक लहर, 24 घंटों में आए करीब डेढ़ लाख नए मामले, 1600 लोगों की मौत
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दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी की नई लहर से हाहाकार मचा हुआ है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी की नई लहर से हाहाकार मचा हुआ है. अमेरिका में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के करीब डेढ़ लाख नए मामले सामने आए हैं और 1600 लोगों की मौत हो गई. इसी के साथ देश में अब कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 10 करोड़ 70 लाख 8 हजार सात हो गई है.

कल 1600 लोगों की हुई मौत

वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस से अबतक दो लाख 47 हजार 397 लोगों की जान जा चुकी है. अबतक इस महामारी से 66 लाख 48 हजार 679 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. अमेरिका में इस वक्त 38 लाख 11 हजार 931 लोगों का इलाज चल रहा है, जिसमें 18 हजार 683 लोगों की हालत गंभीर है.

अगर फाइजर के कोरोना वैक्सीन उम्मीदवार को ड्रग नियामकों की ओर से जल्दी से मंजूरी दे दी जाती है, तो अमेरिका अगले महीने से टीकाकरण शुरू करने की योजना बना रहा है. अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव एलेक्स अजार ने यह बात कही है. अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव के इस बयान से पहले फाइजर और बायोएनटेक ने बताया था कि उसके वैक्सीन उम्मीदवार को कोरोना से निजात पाने लिए तैयार की गई वैक्सीन 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी पाई गई है.

अमेरिका में संघीय सरकार ने जुलाई में फाइजर के साथ कोरोना वैक्सीन की 60 करोड़ खुराक के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. फाइजर जल्द ही अपने कोरोना वैक्सीन उम्मीदवार के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) से पूछने की योजना बना रहा है. अजार ने कहा कि फाइजर अगले कई महीनों के दौरान हर महीने वैक्सीन की दो करोड़ खुराक का उत्पादन करेगा.

विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है कि अमेरिका आने वाले ठंड के मौसम और छुट्टियों के लिए तैयार नहीं है, जबकि इस समय तक कोरोना महामारी अब तक के अपने सबसे घातक चरण में जा सकती है. द गार्डियन के लेख के अनुसार, अमेरिका उस समय की ओर आगे बढ़ रहा है, जब छुट्टियों में पारिवारिक समारोहों के लंबे दौर चलेंगे और कोरोना प्रतिबंधों का पालन नहीं हो पाएगा. उन यूनिवर्सिटी के आपातकालीन कक्ष के चिकित्सक मेगन राने ने कहा, "हम अब महामारी के सबसे बुरे दौर में जा रहे हैं. महामारी को लेकर देश का भाग्य अगले दो महीनों पर निर्भर करता है.'

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