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क्रूरता: कुत्ते को चट्टानों के नीचे दफनाया गया, रोने की आवाज सुनकर शख्स पहुंचा तो...

jantaserishta.com
1 Jun 2021 10:55 AM GMT
क्रूरता: कुत्ते को चट्टानों के नीचे दफनाया गया, रोने की आवाज सुनकर शख्स पहुंचा तो...
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एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.

स्कॉटलैंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर एक जिंदा कुत्ते को चट्टानों के नीचे दफना दिया गया. सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स यानी एसपीसीए ने इसे जानवरों के खिलाफ अब तक का सबसे क्रूरता से किया गया. कार्य बताया गया है. हिलवॉकर्स के पास से गुजरते समय एक शख्स ने कुत्ते की रोने की आवाज सुनी और उसने देखा कि एक कुत्ता चट्टानों के बीच दबा हुआ है और जोर जोर से रो रहा है. शख्स ने तुरंत ही उसे वहां से निकाला और इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले गया.

डॉक्टरी जांच में पाया गया कि कुत्ते के सिर में मल्टीपल फ्रैक्चर हैं और उसका जबड़ा भी पूरी तरह से टूटा हुआ है. डॉक्टरों ने कुत्ते की सर्जरी की और टूटे दांत और एक आंख को निकाला. इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे एसएसपीसीए के हवाले कर दिया. फिलहाल कुत्ता खतरे से बाहर है. एसएसपीसीए ने उसे जैक का नाम दिया और उसकी नए घर में रहने की सही व्यवस्था की. SSPCA ने उसे खोजने वाले लोगों की सुरक्षा के लिहाज से जैक नाम दिया है. अब SSPCA ने कुत्ते को चोटों से उबरने के बाद मामले के विवरण का खुलासा किया है. किन हालातों में वो मिला और कैसे उसकी जान बचाई गई.
पशु कल्याण चैरिटी के मुताबित जैक की हालात बहुत खराब थी और वो मौत के बेहद करीब था. डॉक्टरों ने बड़ी मुश्किल से उसकी जान बचाई. लंबे समय तक वो चिकित्सकों की निगरानी में रहा. जिन हालातों में जैक मिला था वो एक बेहद ही दर्दनका स्थिति में था. हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर कैसे कोई इतनी बेरहमी से जिंदा कुत्ते को चट्टानों के बीच दफना सकता है.
SSPCA निरीक्षक मार्क ग्रीनर का कहना है कि ये बहुत ही खौफनाक मंजर था. जब मैंने पहली बार जैक को देखा तो हम सब सदमे में पहुंच गए. मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि आखिर क्यों कोई एक बेजुबान जानवार के साथ ऐसा व्यवहार कर सकता है.
उन्होंने कहा कि ऐसे करने वाले शख्स के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए. उसका सिर बुरी तरह से सूजा हुआ था. वो एक बेहद ही भयानक स्थिति में था. शुरुआत में उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि शायद ही उसका इलाज हो सकेगा.
एसएसपीसीए निरीक्षक का कहना है कि जैक को विशेष देखभाल की आवश्यकता थी और उसके पास आने और वास्तव में ठीक होने में समय लगा. जैक का पूरे छह सप्ताह इलाज चला. हमें खुशी है कि वो अब पूरी तरह से ठीक है. डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई.
मार्क ग्रैनर का कहना है कि वो थोड़ा सहमा हुआ है और उसे मुझ पर विश्वास हो गया है और वो मेरे साथ खेलने लगा है. मुझे यकीन है कि जल्द मैं उसका विश्वास जीत लूंगी.
मार्क ग्रैनर का कहना है कि जैक को बाहर घूमना और खेलना बेहद पसंद है. मुझे उसके बिना खालीपन लगता है. अब उसके बिना रहने की कल्पना नहीं कर सकती हूं. मैं उन राहगीरों की बहुत आभारी हूं, जिन्होंने जैक को चट्टानों से निकाला, अगर वो लोग समय पर इसे न देख पाते तो शायद वो जिंदा नहीं बच पाता.


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