कोलंबो। श्रीलंका के क्रिकेटर चमका करुणारत्ने को गाड़ी में तेल भरवाने के लिए लंबी कतार में 2 दिन तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने बताया, "हम बड़ी समस्या में हैं। मैं पिछले 2 दिनों से तेल भरवाने के लिए कतार में खड़ा हूं। मैंने इसे 10,000 रुपये में भरवाया है, जो 2-3 दिनों तक चलेगा।"
बता दें कि श्रीलंका में आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ चुकी है कि इसे संभालना भी अब अपने आप में एक चुनौती साबित होने वाला है. वर्तमान में देश के राष्ट्रपति विदेश भाग चुके हैं, प्रधानमंत्री इस्तीफा दे चुके हैं और सरकारी चैनलों पर जनता ने अपना कब्जा जमा लिया है. ऐसे में श्रीलंका के सामने चुनौतियां तो कई हैं, लेकिन विकल्प सिर्फ तीन. श्रीलंका में जैसे हालात चल रह हैं, ऐसे में या तो कुछ समय और कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में रानिल विक्रमसिंघे जिम्मेदारी संभालते रहें. दूसरा विकल्प ये है कि विपक्ष की तमाम पार्टियां सारे विवाद पीछे छोड़कर साथ आएं और राजपक्षे सरकार को सत्ता से बेदखल करें. तीसरा विकल्प मिलिट्री शासन का भी खुला है. अब एक-एक कर हर विकल्प को समझते हैं और श्रीलंका की वर्तमान स्थिति से जोड़ने का प्रयास करते हैं.
पहला विकल्प ये है कि रानिल विक्रमसिंघे कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवाएं देते रहें. अब जैसी श्रीलंका में स्थिति चल रही है, उसे देखते हुए ये विकल्प भी सीमित समय के लिए सही साबित हो सकता है. कुछ ना होने से अच्छा कुछ होना है. ऐसे में अगर कोई बड़े पद पर बने रहकर प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभालता रहेगा, स्थिति से ज्यादा प्रभावी अंदाज में लड़ा जा सकता है.