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Covid-19: मौत का मामला सामने आने के बाद ब्राजील की सरकार टीनएजर्स के वैक्सिनेशन पर रोक लगाना चाहता है, हेल्थ एजेंसी ने नकारा

Renuka Sahu
17 Sep 2021 5:40 AM GMT
Covid-19: मौत का मामला सामने आने के बाद ब्राजील की सरकार टीनएजर्स के वैक्सिनेशन पर रोक लगाना चाहता है, हेल्थ एजेंसी ने नकारा
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फाइल फोटो 

ब्राजील की सरकार अपने देश में टीनएजर्स के कोविड-19 वैक्सिनेशन पर कुछ समय के लिए रोक लगाना चाहती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ब्राजील की सरकार अपने देश में टीनएजर्स (adolescents) के कोविड-19 वैक्सिनेशन पर कुछ समय के लिए रोक लगाना चाहती है. यहां करीब 35 लाख टीनएजर्स को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं. वैक्सीन लगवाने के बाद हुई एक मौत को लेकर यहां जांच चल रही है. ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री Marcelo Queiroga के मुताबिक, अब तक यहां वैक्सीन लगवाने के बाद साइड इफ़ेक्ट के 1,545 मामले सामने आए हैं.

इनमें से 93 फीसदी मामले उन लोगों के है जिन्हें फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer-BioNTech) के अलावा कोई अन्य वैक्सीन लगाई गई है. हालांकि यहां कि स्वास्थ्य एजेन्सी का कहना है कि वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट को लेकर अब तक कोई प्रुफ सामने नहीं आया है. बता दें कि ब्राजील में टीनएजर्स के लिए केवल फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को ही अनुमति दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्री Marcelo Queiroga ने बताया कि, साओ पाओलो के पास साओ बर्नार्डो डो कैम्पो (Sao Bernardo do Campo) शहर में वैक्सीन के बाद एक टीनएजर की मौत की बात सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने की राज्यों की आलोचना
यहां एक न्यूज कांफ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्री Marcelo Queiroga ने राज्यों और शहर प्रशासन की आलोचना की. उन्होंने 12 से 17 साल की उम्र के लोगों को उनके हेल्थ इश्यू पर विचार किए बिना वैक्सीन लगाने को लेकर ये आलोचना की. साथ ही उन्होंने कहा कि, ऐसे टीनएजर्स जो वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं वो दूसरी डोज फिलहाल ना लें. साथ ही उन्होंने तत्काल प्रभाव से देश में टीनएजर्स के वैक्सिनेशन पर रोक की भी बात कही.
स्वास्थ्य एजेंसी ने नकारी वैक्सीन से साइड इफ़ेक्ट की बात
ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी Anvisa ने वैक्सीन से साइड इफ़ेक्ट की बात को नकारा है. एक बयान जारी करते हुए एजेंसी ने कहा, "फाइजर वैक्सीन जिसे हमनें 12 से 17 साल की उम्र के लोगों के लिए अनुमति दी है में साइड इफ़ेक्ट के कोई भी सबूत नहीं है. इस बदलाव की कोई जरुरत नहीं है."
साथ ही में एजेंसी ने कहा कि, "16 साल के इस बच्चे को इस महीने की शुरुआत में वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई थी. हम उसकी मौत को लेकर जांच कर रहे हैं. अब तक इस मामले और देश में टीनएजर्स के वैक्सिनेशन को लेकर कोई संबंध नहीं दिखाई देता है."
वहीं साओ पाओलो के गवर्नर Joao Doria सोशल मीडिया पर इस बात को कह चुके हैं कि वो अपने यहां टीनएजर्स के वैक्सिनेशन पर रोक नहीं लगाएंगे.


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