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कोरोना के नियमों में बरती जा रही ढील, कोरोना को लेकर WHO की चेतावनी

Neha Dani
30 Jun 2022 7:58 AM GMT
कोरोना के नियमों में बरती जा रही ढील, कोरोना को लेकर WHO की चेतावनी
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जबकि कुछ का कहना है कि कम आय वाले देशों के लिए इसे हासिल कर पाना संभव नहीं है.

भारत समेत दुनिया भर में कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल देखा जा रहा है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी (World Health Organisation) ने एक बार फिर लोगों को सावधान रहने की चेतावनी जारी की है. WHO ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि दुनियाभर के 110 देशों में कोविड-19 के मामलों में इजाफा हो रहा है.

कोरोना के नियमों में बरती जा रही ढील

दरसअल दुनिया के ज्यादातर देशों में कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर सख्त नियमों में ढील बरती जा रही है और लोगों की ओर से कोविड संयमित व्यवहार का पालन भी नहीं किया जा रहा है. इसी को लेकर WHO के महानिदेशक, टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने कहा, ने चेतावनी जारी की है. बुधवार को WHO ने कहा कि कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) का रूप बदल रहा है, लेकिन यह अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. यही वजह है कि दुनियाभर के 110 देशों में इसके मामले बढ़ रहे हैं.

वायरस को ट्रैक करना हो रहा मुश्किल

टेड्रोस ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस को ट्रैक करने की हमारी क्षमता खतरे में है क्योंकि रिपोर्टिंग और जीनोमिक सीक्वेंसेस घट रहे हैं जिसका मतलब है कि ओमिक्रॉन को ट्रैक करना और भविष्य के उभरते वेरिएंट का विश्लेषण करना कठिन होता जा रहा है.

110 देशों में बढ़ रहे केसे

उन्होंने आगे कहा, 'अब दुनिया के कई देशों में BA.4 और BA.5 वेरिएंट आगे बढ़ा रहा है. दुनियाभर के 110 देशों में इन वेरिएंट्स के मामले सामने आ रहे हैं. इससे कुल वैश्विक मामलों में 20 फीसदी का इजाफा हुआ. वहीं, WHO के 6 क्षेत्रों में से 3 में कोरोना के इन सब-वैरिएंट्स के कारण मौतों का आंकड़ा बढ़ा है. इसके साथ ही WHO ने सभी देशों से अपील की है कि वो अपनी जनसंख्या के करीब 70% लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाएं.

भारत में तेजी से बढ़ रहे मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, एक दिन के भीतर संक्रमण के 18,819 नए मामले दर्ज किए गए हैं. जिसके बाद सक्रिय मामलों (Covid-19 Active Cases) की संख्या 1,04,555 हो गई है. जबकि बीते 24 घंटे में 39 मरीजों की कोविड-19 के कारण मौत हुई है. देश में इस समय दैनिक पॉजिटिविटी रेट 4.16 फीसदी है. भारत में 130 दिनों बाद एक दिन में कोविड-19 के 18,000 से अधिक नए मामले मिले हैं. जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,34,52,164 हो गई है. वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या 122 दिनों बाद फिर से एक लाख के पार चली गई है.

पिछले 24 घंटों में 39 लोगों की मौत

बीते 24 घंटों में 39 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 5,25,116 पर पहुंच गई है. आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,04,555 पर पहुंच गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.24 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.55 प्रतिशत है. 24 घंटों में कोरोना वायरस के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 4,953 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई है. मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 4.16 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 3.72 प्रतिशत दर्ज की गई है.

सबसे अधिक मौत महाराष्ट्र में हुईं

देश में पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 25 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे. आंकड़ों के मुताबिक, देश में जिन 39 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 17 केरल के थे. महाराष्ट्र में सात, उत्तर प्रदेश में चार, पंजाब में तीन, हरियाणा, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में दो-दो तथा दिल्ली और सिक्किम में एक-एक मरीज की मौत हुई.

दुनिया भर में 20 फीसद मामलों की वृद्धि हुई - WHO

WHO के मुताबिक, "कोविड-19, कई जगहों पर BA.4 और BA.5 द्वारा संचालित है और 110 देशों में मामले बढ़ रहे हैं, जिससे कुल वैश्विक मामलों में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है और डब्ल्यूएचओ के 6 क्षेत्रों में से 3 में मौत के आंकड़े बढ़े हैं. हालांकि वैश्विक आंकड़ा अपेक्षाकृत स्थिर बना हुआ है.कोरोना वायरस और अन्य वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दों पर मीडिया को जानकारी देते हुए, डब्ल्यूएचओ के निदेशक ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से अपनी आबादी का कम से कम 70 प्रतिशत टीकाकरण करने का आह्वान किया था. उन्होंने आगे कहा कि पिछले 18 महीनों में वैश्विक स्तर पर 12 अरब से अधिक वैक्सीन का वितरण किया गया है.

गरीब देशों को लेकर जताई चिंता

गरीब देशों को लेकर चिंता जताते हुए डब्ल्यूएचओ ने कहा कि , दूसरी तरफ, कम आय वाले देशों में लाखों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और बुजुर्ग समेत लाखों लोगों को अभी भी वैक्सीन का डोज नहीं दिया जा सका, जिसका अर्थ है कि वे वायरस की भविष्य की लहरों के प्रति अधिक संवेदनशील क्षेत्र हैं." उन्होंने यह भी कहा, "महज 58 देशों ने 70 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है, जबकि कुछ का कहना है कि कम आय वाले देशों के लिए इसे हासिल कर पाना संभव नहीं है.


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