x
अर्थव्यवस्था पर भी आत्यधिक प्रभाव पड़ेगा, इसलिए यहां पर लाकडाउन नहीं लगाया लगाया जा सकता है।
ब्रिटेन में कोरोना वायरस का कहर एक बार फिर से बढ़ रहा है। मंगलवार को यहां पर 43 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। जबकि इस जानलेवा वायरस के चलते करीब 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। जोकि मार्च के बाद से एक दिन में वायरस के चलते जान गंवाने वालों की सबसे अधिक संख्या है। आलम यह है कि यहां पर अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। नए मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है।
सख्त नियमों को लागू करने की उठी मांग
रिकार्ड संख्या में कोरोना के मामले दर्ज होने के चलते देश की स्वास्थ्य सेवा से जुड़े प्रमुखों ने सरकार से अनिवार्य रूप से मास्क पहनने जैसे सख्त कोविड-19 रोकथाम नियमों फिर से को लागू करने का अनुरोध किया है, लेकिन बोरिस जानसन की सरकार का कहना है कि एक बार फिर से यहां पर लाकडाउन नहीं लगाया जा सकता है। लगभग 1,39,000 लोगों की मौत के साथ ब्रिटेन वैश्विक स्तर पर मौतों के मामले में आठवें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, यहां पर वैक्सीनेशन कार्य भी तेजी से हो रहा है। इसके बाद भी एक बार फिर से यहां पर कोरोना ने अपने पैर पसार लिए है।
बोरिस जानसन बोले- ब्रिटेन में फिर से नहीं लगा सकते लाकडाउन
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने ब्रिटेन में लगभग सभी कोरोना प्रतिबंधों को हटा दिया था। हालांकि, प्रधानमंत्री ने यहां पर फिर से लाकाडउन लगाने की संभावना से भी इनकार कर दिया है। व्यापार सचिव क्वासी क्वार्टेंग (Business Secretary Kwasi Kwarteng) ने कहा कि ब्रिटेन में लाकडाउन लगाने से यहां की अर्थव्यवस्था पर भी आत्यधिक प्रभाव पड़ेगा, इसलिए यहां पर लाकडाउन नहीं लगाया लगाया जा सकता है।
Next Story