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इसी महीने जिम्बाब्वे ने भी इसे इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.
भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इस बीच नेपाल (Nepal) ने बुधवार को सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. सशस्त्र पुलिस बल छिन्नमस्ता ब्रिगेड मुख्यालय ने कहा कि देश के 'प्रोविंस-2' के आठ जिलों में पारगमन बिंदुओं पर कड़ी जांच की जा रही है (Nepal Issues High Alert At Border Transit Points). भारत से इस प्रांत की 464 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है, जो पूर्व में सप्तारी जिले से पश्चिम में पारसा जिले तक है.
सशस्त्र पुलिस बल को भारत से नेपाल में प्रवेश करने वाले लोगों की कड़ी जांच के निर्देश दिए गए हैं. बल के उपमहानिरीक्षक चंद्रप्रकाश गौतम ने मीडिया को बताया कि उन्होंने सभी आठ जिलों में पारगमन बिंदुओं पर सीमावर्ती चौकियों में स्वास्थ्य डेस्क स्थापित करने और कोविड-19 (COVID 19) संकट प्रबंधन समिति और स्थानीय सरकारों से समन्वय के निर्देश दिए हैं (Nepal Government Issues High Alert At Border Transit Points).
एक दिन में मिले 145 मामले
इससे पहले खबर आई थी कि नेपाल की सरकार ने कोविड-19 महामारी की नई लहर की चिंता के चलते नागरिकों से सामाजिक मेलजोल से बचने और एहतियाती कदमों का पालन करने की अपील की है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि नेपाल में पिछले 24 घंटे में 145 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 276,389 हो गई है (Coronavirus Cases in Nepal). स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉक्टर जागेश्वर गौतम ने एक बयान में लोगों से सम्मेलनों, बैठकों और भोजों में हिस्सा लेने से बचने की अपील की ताकि इस खतरनाक वायरस के प्रसार को रोका जा सके.
लोगों से की गई थी अपील
गौतम ने लोगों से मास्क पहनने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की है. नेपाल दुनिया का ऐसा तीसरा देश भी बन गया है, जिसके राष्ट्रीय औषधि नियामक ने भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी. कोवैक्सीन पर भारत में हुए तीसरे चरण के ट्रायल में यह 81 फीसदी तक प्रभावी पाई गई थी (Nepal Government Issues High Alert At Border Transit Points). इसे भारत में जनवरी में इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी. इसी महीने जिम्बाब्वे ने भी इसे इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.
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