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इसके पीछे वजह बिल्कुल अलग है. एक वजह ये भी है कि भारत में दर्ज हुए आंकड़ों में पुरानी मौतों को अब जोड़ा गया है, जिससे आंकड़े बढ़े हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का जो आंकड़ा जारी किया है, उसके मुताबिक दुनियाभर में 21 से 27 मार्च के बीच कोरोना के मामलों में 14 प्रतिशत तक की कमी दर्ज हुई है, लेकिन मौतों का आंकड़ा 43 प्रतिशत तक बढ़ गया है. हालांकि, इसके पीछे वजह बिल्कुल अलग है. एक वजह ये भी है कि भारत में दर्ज हुए आंकड़ों में पुरानी मौतों को अब जोड़ा गया है, जिससे आंकड़े बढ़े हैं.
केरल में दर्ज हुई पुरानी मौतों को जोड़ा गया
केरल में पिछले 24 घंटे में दर्ज हुई 16 पुरानी मौतों को जोड़ा गया है, जिसकी वजह से मौतों का ग्राफ बढ़ा है और भारत में पिछले 24 घंटे में यानी 29 मार्च को 31 मौतें दर्ज की गई, जबकि 24 घंटे में 15 नई मौतों का आंकड़ा दर्ज हुआ.
अलग तरीके से किया जा रहा है मौत का आंकलन
वहीं अमेरिका और चिली (Chile) में कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकलन अब अलग तरीके से किया जा रहा है, जिसकी वजह से वहां से रिपोर्ट होने वाली मौतों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
दुनिया में कोरोना वायरस की ताजा स्थिति
पूरी दुनिया में अब तक 47 करोड़ 90 लाख लोगों को कोरोना वायरस की बीमारी हो चुकी है और 60 लाख लोगों की जान जा चुकी है. पिछले सप्ताह कोरिया में सबसे ज्यादा केस दर्ज किए गए थे, कोरिया में 24 लाख 42 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज हुए वहीं दूसरे नंबर पर जर्मनी रहा, जहां तकरीबन 16 लाख मामले दर्ज हुए.
चिली में पिछले सप्ताह दर्ज हुए सबसे ज्यादा मामले
पिछले सप्ताह सबसे ज्यादा मौतें चिली से दर्ज हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, चिली से 11 हजार 858 मौतें दर्ज की गई. उसी तरह अमेरिका से 5 हजार 367 मौतें दर्ज की गई. सबसे ज्यादा मौत दर्ज करने के मामले में तीसरे नंबर पर भारत रहा, जहां से 4 हजार 525 मौतें दर्ज की गई. हालांकि, WHO ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस तेजी से सर्कुलेट हो रहा है. इस वजह से आंकड़े आ रहे हैं. क्योंकि हर देश में टेस्टिंग कम हो रही है. WHO के मुताबिक, ये आंकड़े गलत साबित हो सकते हैं. क्योंकि कम टेस्टिंग होने की वजह से कोरोना के फैलाव की सही तस्वीर सामने नहीं आ रही है.
चीन में फिर से कोरोना की वापसी, मचा कोहराम
चीन में कोरोना वायरस के नए केस आने की वजह से कोहराम मचा हुआ है. चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में लॉकडाउन लगा दिया गया है. हालांकि, वहां की बात करें तो पिछले 24 घंटों में यानी 29 मार्च को चीन में कोरोना के 1293 केस दर्ज हुए हैं. जबकि भारत में ही पिछले 24 घंटे में 1233 केस दर्ज किए गए हैं. हालांकि, चीन की सरकार की Zero Covid policy की वजह से वहां सख्ती बढ़ा दी गई है, जबकि भारत में 1 अप्रैल से तमाम पाबंदियां खत्म की जा रही हैं. चीन में ओमिक्रॉन के BA. 2 Variant के ही केस दर्ज हो रहे हैं.
ओमिक्रॉन वेरिएंट ने कोरोना के बाकी सभी वेरिएंट को खत्म किया
पिछले एक हफ्ते में दुनियाभर में 3 लाख 82 हज़ार से ज्यादा कोरोना वायरस सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग हुई, जिसमें से 99.7 प्रतिशत मामले ओमिक्रॉन के थे और एक प्रतिशत से भी कम मामले डेल्टा के मामले थे.
जीनोम सीक्वेंसिंग की क्षमता बढ़ी
WHO के मुताबिक, कोरोना वायरस की महामारी आने से पहले केवल 54 प्रतिशत देशों के पास ही वायरस के जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा थी, लेकिन अब 68 प्रतिशत देशों के पास ये सुविधा है. यानी कई देशों ने सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग क्षमता को बढ़ाया है. अब WHO ने अगले 10 साल में जीनोम सीक्वेंसिंग तकनीक और उसका इस्तेमाल बढ़ाने की एक योजना तैयार की है. इसका मकसद ये है कि कोई भी महामारी आने की स्थिति में उसके वेरिएंट को पहचानने की क्षमता ज्यादा से ज्यादा बढ़े, जिससे वेरिएंट्स को पहचानकर उन्हें पनपने से रोका जा सके.
जानें- दुनिया में कोरोना वायरस की रफ्तार
अफ्रीका के रीजन में कोरोना वायरस के केस 29 प्रतिशत तक घट गए हैं. जबकि अमेरिका में भी 15 प्रतिशत की कमी आई है. इसके अलावा यूरोप में पिछले हफ्ते के मुकाबले कोरोना वायरस के नए मामले 4 प्रतिशत कम दर्ज किए गए हैं, तो दक्षिण पूर्व एशिया में कोरोना के मामले में 14 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई है.
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