कोरोना का डेल्टा वैरिएंट ब्रिटेन में तेजी से पांव पसार रहा है। ब्रिटेन में सात दिन में डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 33,630 हो गई है जबकि कुल मरीजों का आंकड़ा 75,953 हो गया है। ब्रिटेन में कोरोना के 99 फीसदी मामले डेल्टा वैरिएंट के हैं।
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने बताया कि वो डेल्टा वेरिएंट की साप्ताहिक निगरानी कर रहा है। आंकड़ों से पता चला है कि अल्फा की तुलना में डेल्टा की चपेट में आने वालों में अस्पताल में भर्ती होने का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
पीएचई ने ये भी स्पष्ट किया है कि टीके का दो डोज डेल्टा वैरिएंट की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती होने के खतरे से 90 फीसदी तक बचाता है। पीएचई ने ये भी बताया कि देश में कुल 40 लाख संक्रमितों में से 30 मई तक सिर्फ 15,893 लोगों को दोबारा संक्रमण हुआ है। 0.4 फीसदी ही मामले ही दोबारा संक्रमण के हैं।
सात दिन में 423 नए मरीज भर्ती
पीएचई ने बताया कि डेल्टा वेरिएंट की चपेट में आने के बाद 14 जून तक कुल 806 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले सात दिनों में कुल 423 नए मरीजों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है। भर्ती होने वालों में से 527 ऐसे लोग हैं जिन्हें टीका नहीं लगा है, 806 लोगों में से सिर्फ 84 लोगों को टीके की दोनों डोज लगी थी। पीएचई ने कहा कि लोग बिना किसी भ्रम के जल्द से जल्द टीका लगवाएं।
श्रीलंका में मिला डेल्टा वायरस
कई देशों में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप पहली बार श्रीलंका में समुदाय में मिलने की पुष्टि हुई है। है। श्री जयवर्धनपुरा विश्वविद्यालय के इम्युनोलॉजी एवं मॉलिक्यूलर मेडिसिन के एलर्जी इन्युनोलॉजी एवं सेल बायोलॉजी संकाय के निदेशक डॉ. चंदिमा जीवंदरा ने कहा कि कोलंबो के डेमाटागोडा के बाहरी इलाकों से लिए गए आठ नमूनों में से पांच में डेल्टा स्वरूप मिला है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब समुदाय में कोरोना वायरस का यह स्वरूप मिला है। इससे पहले क्वारंटीन केंद्र सुविधाओं में दो लोगों में यह वायरस मिला था।
जर्मनी में शरद तक अपने चरम पर होगा डेल्टा
तेजी से फैलने वाला डेल्टा कोरोना वायरस का स्वरूप आगामी शरद ऋतु के दौरान जर्मनी में अपना कहर बरपा सकता है। जर्मनी के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण प्रमुख लोथर वीलर ने लोगों से अपील की के वे मास्क का उपयोग करते रहें और जल्द से जल्द टीका लगवा लें। उन्होंने कहा कि इस समय मौजूदा संक्रमण के मामलों में डेल्टा की 6 फीसदी की भागेदारी है लेकिन यह तेजी से बढ़ रही है और शरद ऋतु तक यह अपने चरम पर पहुंच जाएगा।