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आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
कोरोना से पीडि़त पाकिस्तान में 24 मई से कोरोना महामारी की रोकथाम को लगाई गई कई सारी पाबंदियां हटा दी जाएंगी। नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने इसकी घोषणा की है। इसके तहत ऐसे जिलों में जहां पर कोरोना संक्रमण के मामले 5 फीसद से कम हैं वहां के शिक्षण संस्थानों को भी खोल दिया जाएगा। इसके अलावा आउटडोर रेस्तरां खुल जाएंगे और पर्यटन को भी दोबारा से शुरू करने की घोषणा कर दी गई है। एनसीओसी की बैठक के बाद ये फैसले लिए गए हैं। इस बैठक की अध्यक्षता योजना एवं विकास मंत्री और एनसीओसी के प्रमुख असद उमर ने की थी जिसमें प्रधानमंत्री के विशेष सचिव डॉक्टर फैसल सुल्तान, सिंध प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री और सभी प्रांतों के मुख्य सचिवों ने हिस्सा लिया था।
इस बैठक के बाद जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि 24 मई से रेस्तरां सुबह से लेकर रात 12 बजे तक के लिए खुल सकेंगे। वहीं टेकअवे की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
पर्यटन सेक्टर को दोबारा तेजी देने के लिए कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए आगे बढ़ाया जाएगा।
5 फीसद से कम कोरोना संक्रमण वाले जिलों में सभी शिक्षण संस्थान खोले जा सकेंगे।
1 जून से बाहर शादी करना संभव हो सकेगा लेकिन इसमें शामिल होने वालों की संख्या 150 से अधिक नहीं होगी।
इलेक्टिव सर्जरी भी 1 जून से दोबारा शुरू हो जाएंगी।
7 जून से देश के सभी शिक्षण संस्थानों को दोबारा खोल दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक 20 जून के बाद देश में मैट्रिक और इंटरमीडिएट समेत सभी प्रोफेशनल और नॉन प्रोफेशनल परीक्षा समेत हो सकेगी। हालांकि ये वहां पर आने वाले कोरोना के नए मामलों पर तय होगी। इसलिए इसको आगे भी बढ़ाया जा सकेगा।
इसके बाद भी सिनेमा, दरगाहों, एम्यूजमेंट पार्कों, इंडोर गेम्स बंद रहेंगे। हालांकि कोविड नियमों के तहत वॉक और जॉगिंग के लिए ट्रैक को खोला जा सकेगा।
इंडोर डाइनिंग की सुविधा फिलहाल बंद ही रखी गई है।
देश में फिलहाल सभी तरह के त्योहारों, कल्चरल एक्टिविटी और दूसरे इवेंट पर भी पाबंदी बरकरार रहेगी।
धार्मिक मौकों पर इंडोर या आउटडोर गैदरिंग को भी फिलहाल बंद ही रखा गया है।
इंटर प्रोवेंशियल पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी वीकेंड के दौरान 22 मई से बंद रहेंगे।
विभिन्न इंडस्ट्री में भी कोविड नियमों का पालन करते हुए और मास्क को अनिवार्यता बताते हुए खोला गया है।
बैठक में इसका भी निर्णय लिया गया है कि हर रोज इसको लेकर एक समीक्षा बैठक होगी जिसमें जमीनी हकीकत को जांचा जाएगा और आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
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