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Chinese Ambassador ने भी दिया आश्वासन
चीन (China) ने कोरोना से जंग में एक बार फिर भारत (India) की मदद की पेशकश की है. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग (Hua Chunying) ने इस संबंध में ट्वीट करके कहा है कि भारत में गंभीर हालात को लेकर हम चिंतित हैं. यदि भारत हमें अपनी विशेष जरूरतें बताता है तो हम मदद करने के लिए तैयार हैं. हालांकि, चीन वास्तव में मदद की इच्छा रखता है या नहीं, कहना मुश्किल है. क्योंकि इससे पहले भी उसने मदद का हाथ आगे बढ़ाकर भारत को होने वाली मेडिकल सप्लाई में रुकावट डालने का काम किया था. बता दें कि मुश्किल वक्त में भारत की सहायता के लिए अमेरिका (America), ऑस्ट्रेलिया, यूएई, सऊदी अरब, और जर्मनी सहित कई देश आगे आए हैं.
तेजी से बढ़ रहे Corona के मामले
We're concerned about the grave situation in #India. We're ready to be of help if India tells us its specific needs.
— Hua Chunying 华春莹 (@SpokespersonCHN) April 26, 2021
कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की बात करें, तो भारत में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से देश में संक्रमण के तीन लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि अस्पतालों में COVID मरीजों को बेड तक नहीं मिल रहे हैं और ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी की वजह से कई मरीजों की मौत हो रही है. इतना ही नहीं, अपनों के अंतिम संस्कार के लिए भी लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है. इसी को देखते हुए अब अमेरिका इनकार के बाद भारत की मदद के लिए तैयार हो गया है. यूएस जरूरी मेडिकल सप्लाई भारत भेजेगा.
Chinese Ambassador ने भी दिया आश्वासन
भारत में चीन के राजदूत सन वेइडोंग (Sun Weidong) ने भी भारत का साथ देने की बात कही है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, 'कोरोना के खिलाफ लड़ाई में चीन भारत का मजबूती से समर्थन करता है. हम भारत में जरूरी मेडिकल आपूर्ति पहुंचाने में सहयोग करने के लिए चीनी कंपनियों को प्रोत्साहित करेंगे'. इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि चीन की सरकारी सिचुआन एयरलाइंस (Sichuan Airlines) ने कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत जाने वाली कार्गो फ्लाइट्स 15 दिनों के लिए रद्द कर दिया है. इससे भारत में निजी कंपनियों की चीन से मेडिकल उत्पादों की खरीद पर भी असर पड़ेगा.
India को अलग से करना होगा अनुरोध
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन से जब कार्गों पर बैन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत की निजी कंपनियों की तरफ से मेडिकल उत्पादों का आयात सामान्य कारोबारी सौदों के तहत है. अगर भारत मेडिकल उत्पादों की आपूर्ति के लिए अलग से अनुरोध करता है तो हम मदद के लिए तैयार हैं. वहीं, सिचुआन एयरलाइंस ने एक बयान जारी करते हुए बताया था कि भारत में महामारी की स्थिति में अचानक हुए बदलाव की वजह से आयात की संख्या में कमी आई है. इसलिए अगले 15 दिनों के लिए उड़ानों को स्थगित करने का फैसला किया गया है. एयरलाइन ने कहा था कि भारतीय मार्ग हमेशा से ही सिचुआन एयरलाइंस का मुख्य रणनीतिक मार्ग रहा है. इस स्थगन से हमारी कंपनी को भारी नुकसान होगा. हम इस परिस्थिति के लिए माफी मांगते हैं. कंपनी ने कहा कि 15 दिन बाद वह अपने इस फैसले की समीक्षा करेगी.
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