नेपाली कांग्रेस और सीपीएन (यूएमएल) की लोकप्रियता घट रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि इन पार्टियों में सक्रिय हजारों कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। पार्टी छोड़कर जाने वाले कार्यकर्ता कुछ नवगठित पार्टियों में शामिल हो गए हैं या फिर कुछ निष्क्रिय हो गए हैं। जनाधार घटने के आंकड़े तब सामने आये, जब सीपीएन (यूएमएल) यूएमएल ने 15 जुलाई तक पार्टी की सदस्यता का नवीनीकरण किया। इस दौरान 3 लाख से भी कम कार्यकर्ताओं ने सदस्यता का नवीनीकरण कराया, जबकि 2021 में यूएमएल की 8 लाख सदस्यता थी। यूएमएल की सदस्यता नवीनीकरण घटने का मुद्दा पार्टी के भीतर बहस का विषय बन गया है।
इसी तरह नेपाली कांग्रेस ने भी हाल ही में सदस्यता का नवीनीकरण कराया है। हालांकि, कांग्रेस ने सदस्यता नवीनीकरण को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन पार्टी के एक नेता ने कहा कि आधे से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नवीनीकरण नहीं कराया है। नेपाली कांग्रेस की केंद्रीय समिति की बैठक में कार्यकर्ताओं की घटती संख्या का मुद्दा उठाया गया है। महामंत्री गगन थापा ने देशव्यापी अभियान चलाकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और संगठन का विस्तार करने का प्रस्ताव रखा है।
इस बीच, नेपाल में नई पार्टियों का उदय हुआ है, जिनमें से रवि लामिछाने के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) एक है। पार्टी के ऑनलाइन सदस्यता आवेदन खोले जाने के बाद से लाखों लोग इसमें शामिल हो चुके हैं, जिसमें कांग्रेस और यूएमएल के कार्यकर्ता भी शामिल हैं। नवंबर में हुए चुनाव में आरएसपी ने 19 सीटें जीतीं। उसने उपचुनावों में और सीटें जोड़कर संसद में 20 सीटें बना ली हैं।
नेपाल में नवंबर, 2022 के चुनाव के बाद जनमत पार्टी, सिटीजन लिबरेशन पार्टी के प्रति भी कुछ आकर्षण बढ़ा है। आरएसपी के अलावा जनमत पार्टी और सिविल लिबरेशन पहली बार संसद में प्रवेश करने में सफल रही हैं। राजनीतिक विश्लेषक श्रीकृष्ण अनिरुद्र गौतम कहते हैं कि नेपाल की राजनीति नया अवतार लेने वाली है। उन्होंने कहा कि अगर पुरानी पार्टियों में बदलाव नहीं हुआ, तो नई बनी पार्टियों की पकड़ मजबूत रहेगी।