जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- कोलंबो। चीन सामरिक मजबूती प्राप्त करने और भारत को घेरने के लिए श्रीलंका में कोलंबो पोर्ट सिटी (CPC) के माध्यम से पैठ बनाने में लगा हुआ है। अब उसने सीपीसी के साथ ही एक और एंक्लेव बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस निर्माण को लेकर पर्यावरणविदों ने चिंता जताई है।भारत के लिए चिंता का विषय इसलिए भी है कि देश के दक्षिणी छोर के कुछ सौ किमी. पर ही चीन की योजनाएं चल रही हैं। श्रीलंका में हंबनटोटा बंदरगाह को पहले ही चीनी कंपनियों को 99 साल की लीज पर दे दिया गया है। हिंद महासागर क्षेत्र में बंदरगाह बनाकर चीन भारत को घेरने का प्रयास कर रहा है।चीन की यहां पर 269 हेक्टेयर में विशेष आर्थिक जोन बनाने की योजना चल रही है। इसके लिए राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने संसद में विशेष कानून पारित किया था। इस योजना पर अमल 2014 में शुरू किया गया था, जब राष्ट्रपति शी चिनफिंग कोलंबो पहुंचे थे।राजपक्षे भाई ( राष्ट्रपति गोटाबाया और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे) चीन के लंबे समय से मित्र हैं। 2009 में श्रीलंका में लिट्टे से संघर्ष के दौरान चीन ने हथियारों की सहायता की थी। अब चीन यहां धीरे-धीरे विकास कार्यो की आड़ में जड़ें जमाने में लगा हुआ है।