यूक्रेन पर आक्रमण की रूस को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। हाल ही में सामने आए सैनिकों की मौत के आंकड़े इस बात के संकेत दे रहे हैं। मॉस्को की एक वेबसाइट के अनुसार, अब तक करीब 10 हजार रूसी सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं। इससे पहले 2 मार्च को रूस के रक्षा मंत्रालय ने भी आंकड़े जारी किए थे। जिसमें मारे गए सैनिकों की संख्या 500 के आसपास बताई गई थी। हालांकि, एक अन्य रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि रूस ने यूक्रेन में काफी बढ़त हासिल कर ली है।
डेली मेल के मुताबिक, मौत के आंकड़े मॉस्को के रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी अपडेट का हिस्सा थे और इन्हें Komsomolskaya Pravda की वेबसाइट से हटा लिया गया था। माना जाता है कि यह सरकार समर्थित वेबसाइट है। अटकलें थी कि रूस की वेबसाइट पर यूक्रेन समर्थित कर्मचारी ने सैनिकों की मौत से जुड़े आंकड़े जारी किए थे। हालांकि, इन्हें तुरंत ही हटा भी लिया गया था। बताया गया था कि यूक्रेन में अब तक 9 हजार 861 सैनिकों की मौत हो चुकी है और 16 हजार 153 घायल हैं।
यूक्रेन ने दावा किया था कि 15 हजार रूसी सैनिकों की मौत हो चुकी है। जबकि, अमेरिका ने 7 हजार मौतों का अनुमान लगाया था। खास बात है कि साल 1979 में अफगानिस्तान में सोवियत के करीब 15 हजार सैनिक मारे गए थे।
डेली मेल की एक रिपोर्ट में ब्रिटिश खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि रूसी बल भी काफी सफलताएं हासिल कर रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन्स का इस्तेमाल काफी बेहतर ढंग से किया है। वहीं, रूसी बलों ने तुर्की में बने TB2 को भी बड़ी संख्या में तबाह कर दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यूक्रेन के ग्राउंड-टू-एयर डिफेंस को भी शायद रूसी बलों ने खत्म कर दिया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आपूर्ति को फिर से तैयार करने के बाद रूस ने कई शहरों में बमबारी को बढ़ाया है। इनमें खासतौर से मरियुपोल, खारकीव, सुमी और चेर्नीहीव शहरों का नाम शामिल है। ब्रिटेन के रक्षा जानकारों ने यह चिंता भी जाहिर की है कि रूस की किंजल हाईपरसॉनिक मिसाइल एंटी मिसाइल सिस्टम को चकमा दे सकती है। इस दौरान जानकारों ने पश्चिमी देशों की तरफ से किए आकलन पर भी सवाल उठाए हैं, जिनमें कहा जा रहा था कि यूक्रेन की हवाई रक्षा व्यवस्था असरदार बनी हुई है।
खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस, मरियुपोल को पूरी तरह तबाह करने के जरिए दूसरे शहरों को चेतावनी देना चाहता है। लंदन पहुंचे यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज्नीकॉव ने कहा था, 'कई छोटे शहर धरती से गायब हो चुके हैं।' उन्होंने आगे कहा था, 'मॉस्को हमारी सेना से डर गया है, तो वे आम नागरिकों से लड़ रहे हैं।'