उग्रवाद, इस्लामवाद और सियासी इस्लाम से मुकाबले पर बोलते हुए तौहीदी ने बोला कि आतंकवाद को दो तरह से अंजाम दिया जा रहा है. पहला, यह मुसलमान दुनिया के भीतर किया जाता है और दूसरा, मुसलमान दुनिया के बाहर किया जाता है.
फ्रांस में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर 1 वर्ष के किशोर की पुलिस कार्रवाई में मृत्यु के बाद से गृह युद्ध जैसा माहौल बना हुआ है. देशभर में दंगों से निपटने के लिए 45 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को सड़कों पर उतारा गया है. फ्रांस में चल रहे दंगों के बीच राष्ट्र में प्रवासियों के आयात के विरूद्ध चेतावनी देने वाला इस्लामिक धर्मगुरु मोहम्मद ताहिदी का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. 9 सितंबर, 2022 को एक इंटरव्यू में इमाम ने इस बारे में बात की कि कैसे इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) मुसलमान राष्ट्रों में काम नहीं कर सकती है, लेकिन यूके, यूएस, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे राष्ट्रों में स्वतंत्र रूप से काम कर सकती है. उग्रवाद, इस्लामवाद और सियासी इस्लाम से मुकाबले पर बोलते हुए तौहीदी ने बोला कि आतंकवाद को दो तरह से अंजाम दिया जा रहा है. पहला, यह मुसलमान दुनिया के भीतर किया जाता है और दूसरा, मुसलमान दुनिया के बाहर किया जाता है.
इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि मुसलमान दुनिया के भीतर, करप्ट मौलवियों को हर तरह से बेनकाब करना आवश्यक है. तौहिदी ने एक बार बोला था, ”आप मुझमें शक पैदा करें, मैं बदल जाऊंगा. आख़िरकार मैं एक आदमी हूं. यदि आप किसी के बारे में मुझ पर शक करते हैं, तो मेरा दिल प्रश्नचिह्न लगाएगा और फिर अंततः बदल जाएगा. उन्होंने बोला कि यदि पर्याप्त सबूत हैं तो हमें उन्हें उजागर करना चाहिए. परेशानी डर और पुस्तकों के भीतर इस्लामी मदरसे के भीतर करप्शन को उजागर करने में दिलचस्पी की कमी है.” पश्चिमी आख्यान के साथ परेशानी की व्याख्या करते हुए, तौहीदी ने बोला कि ”जब चरमपंथ की बात आती है तो यह पूरी तरह से विकृत हो जाती है.’
उन्होंने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) का उदाहरण देते हुए बोला कि वे टोरंटो में स्वतंत्र रूप से अपना झंडा लहरा सकते हैं. उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि कोई भी यह नहीं कहता कि उनकी विचारधारा “लोगों का खून और कत्लेआम” के बारे में है. फ्रांस में हो रही हिंसा को लेकर मौलाना ताहिदी ने बोला कि पुलिस की बर्बरता की हमेशा निंदा की जानी चाहिए और उसे रोका जाना चाहिए लेकिन आप इसे दंगों और राष्ट्र को जलाने से हासिल नहीं कर सकते.