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नई दिल्ली से इस्लामाबाद पहुंचे CIA डायरेक्टर बर्न्स, पाक आर्मी चीफ बाजवा और ISI हेड से हुई लंबी बात

Renuka Sahu
10 Sep 2021 3:20 AM GMT
नई दिल्ली से इस्लामाबाद पहुंचे CIA डायरेक्टर बर्न्स, पाक आर्मी चीफ बाजवा और ISI हेड से हुई लंबी बात
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अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने गुरुवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद से मुलाकात की

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA)के डायरेक्टर विलियम बर्न्स (William J. Burns) ने गुरुवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (General Qamar Javed Bajwa) और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद (ISI Chief Faiz Hameed) से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों और अफगानिस्तान (Afghanistan) की मौजूदा स्थिति से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. यह जानकारी सेना ने दी है.

नई दिल्ली से इस्लामाबाद पहुंचे थे बर्न्स
बर्न्स सीक्रेट विजिट पर बुधवार को नई दिल्ली में थे. यहां से वे सीधे इस्लामाबाद पहुंचे. भारत यात्रा के दौरान बर्न्स ने एनएसए अजीत डोभाल के साथ लंबी बातचीत की थी. बुधवार को रूस के एनएसए भी दिल्ली में ही थे. डोभाल और रूसी एनएसए के बीच मुलाकात की तस्वीरें सामने आईं, लेकिन बर्न्स का दौरा गुप्त रखने की कोशिश हुई. इस मामले में एक और बात गौर करने लायक हैं. बर्न्स ने इमरान खान के करीबी और पाकिस्तान के NSA मोईद यूसुफ से मुलाकात नहीं की.
पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि बर्न्स और बाजवा ने आपसी हित, क्षेत्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. बयान में कहा गया- 'सीआईए डायरेक्टर ने बाजवा और हमीद से अफगानिस्तान में अमन बहाली और नई सरकार (Taliban)को लेकर बातचीत की. इस दौरान पाकिस्तान की भूमिका को सराहा गया.
बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों में पाकिस्तान की अफगानिस्तान में भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. लंदन, वॉशिंगटन और काबुल में पाकिस्तान के खिलाफ कई दिन से विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
मुल्ला बरादर से भी मिले थे बर्न्स
पाकिस्तान के अखबार 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक, सीआईए डायरेक्टर कुछ दिन पहले अचानक काबुल पहुंचे थे और उन्होंने वहां तालिबान के नंबर दो नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से सीक्रेट मीटिंग की थी. तालिबान के अफगानिस्तान की हुकूमत पर कब्जे के बाद किसी टॉप अमेरिकी अफसर की काबुल की यह पहली यात्रा थी.
सरकार से दूरी
दो महीने से यह देखा जा रहा है कि अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन और इंटेलिजेंस अफसर पाकिस्तान की सेना और आईएसआई से ही संपर्क कर रहे हैं. पिछले दिनों डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन और सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकन ने भी बाजवा और हमीद से ही फोन पर बातचीत की थी. पाकिस्तान के एनएसए को भी इसमें शामिल नहीं किया गया था. अमेरिका इमरान खान सरकार के किसी मंत्री से भी बातचीत नहीं कर रहा. बाइडेन दुनिया के ज्यादातर बड़े नेताओं से फोन पर बातचीत कर चुके हैं, लेकिन इमरान खान को उन्होंने अब तक फोन नहीं किया.


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