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ग्रामीणों को समृद्धि के रास्ते पर ले जाती हुई चू श्वेलान

Rani Sahu
15 Oct 2022 3:06 PM GMT
ग्रामीणों को समृद्धि के रास्ते पर ले जाती हुई चू श्वेलान
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बीजिंग, (आईएएनएस)| 51 वर्षीय चू श्वेलान का जन्म दक्षिण चीन के क्वांगशी च्वांग जातीय स्वायत्त प्रदेश की छांगवू काउंटी के शानफिंग गांव में हुआ। यह एक याओ जातीय बहुल गांव है, जहां चीन में मशहूर चायों में से एक ल्यूपाओ चाय का प्रमुख उत्पादन क्षेत्र है।
चू श्वेलान हाथों से निर्मित चाय ल्यूपाओ के शिल्प की चौथी पीढ़ी वाली उत्तराधिकारी हैं, लंबे समय से वे इस शिल्प के संरक्षण और विरासत के लिए समर्पित हैं।
चू श्वेलान की यादों में, पहले शानफिंग गांव काउंटी नगर से बहुत दूर स्थित था। हर बार जब भी शहर जाना होता था तब उन्हें कई पहाड़ों पर चढ़ना पड़ता था और एक लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। जीवनयापन के लिए पर्यावरण बहुत कठिन था। छोटी उम्र से ही चू श्वेलान ने मन ही मन सोचा कि बड़े होने पर, वह निश्चित रूप से जन्मस्थान के विकास में योगदान देंगी।
समृद्ध होने के लिए मार्ग का निर्माण करना अनिवार्य है। साल 2008 में, चू श्वेलान शानफिंग गांव में सीपीसी शाखा समिति की सचिव बनी, वे सभी गांववासियों का नेतृत्व कर गांव में एक मार्ग का निर्माण किया। इसके बाद गांव से बाहर आना-जाना आसान हो गया। तो फिर ल्यूपाओ चाय से गांव वासियों को लेकर कैसे समृद्धि का रास्ता आगे बढ़ेगा? इसके बारे में चू श्वेलान बहुत सोचती थी।
शानफिंग गांव में उत्पादित चाय की गुणवत्ता को उन्नत करने के लिए चू श्वेलान ने मुफ्त में पुश्तैनी चाय बनाने का कौशल सिखाया। उन्होंने प्रशिक्षण के लिए अपने घर के चायकक्ष का उपयोग किया, शानफिंग गांव और आसपास के गांवों में ग्रामीण लोग उनसे सीखने आए।
कुछ समय के प्रशिक्षण के बाद शानफिंग गांव में ल्यूपाओ चाय की मानकीकृत चाय बनाने की तकनीक को धीरे-धीरे बढ़ावा दिया गया। इस ब्रांड की चाय ज्यादा से ज्यादा प्रसिद्ध होने लगी। गांव वासी चाय बनाने में और अधिक सक्रिय हो गये। उनकी आय में बढ़ोतरी हुई और जीवन समृद्ध होने लगा।
साल 2016 में शानफिंग गांव सफलतापूर्वक गरीबी से बाहर निकाला। गांव में परिपक्व चाय उद्यान का क्षेत्रफल दस साल पहले के 20 हेक्टेयर से बढ़कर वर्तमान के 173 हेक्टेयर तक पहुंच गया। वर्ष 2021 के अंत तक, गांव के निवासियों की वार्षिक प्रति व्यक्ति आय 21 हजार युआन तक पहुंच गई।
पिछले 10 वर्षों में मैंने शानफिंग गांव में हर बदलाव देखा है, चू श्वेलान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह गांव वासियों का नेतृत्व कर चाय संस्कृति, याओ जातीय संस्कृति और पर्यटन उद्योग को मिल-जुलकर संयुक्त विकास करने की योजना बना रही है, ताकि चाय संस्कृति और पर्यटन वाले नए रास्ते का विकास कर सके।
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