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चीनी स्पेसक्राफ्ट
चीन (China) के Chang'e 5 स्पेसक्राफ्ट ने पिछले साल चांद (Moon) की सतह से इकट्ठा किए गए पत्थरों और चट्टानों के सैंपलों को धरती पर भेजा. अब ये स्पेसक्राफ्ट डीप स्पेस (Deep Space) में अपने अभियान को अंजाम देने में जुट गया है. हाल ही में इसने चांद और धरती की एक तस्वीर को भेजा है. दिसंबर में Chang'e 5 के ऑर्बिटर ने एक कैप्सूल को धरती पर भेजा. इसमें चांद की सतह से इकट्ठा किए गए दो किलोग्राम चट्टान और पत्थर के नमूने थे. कई दशकों में ये इस तरह की पहली डिलीवरी थी.
इस डिलीवरी के बाद Chang'e 5 स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में उस जगह पर पहुंच गया, जिसे Sun-Earth Lagrange point 1 के तौर पर जाना जाता है. ये जगह पृथ्वी से सूर्य की ओर करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस जगह को गुरुत्वाकर्षण के हिसाब से संतुलित माना जाता है. यहां से इस स्पेसक्राफ्ट ने पृथ्वी और चांद की एक तस्वीर को खींचा है और उसे वापस धरती पर भेजा है. इसके अलावा, इसने सूर्य की भी एक तस्वीर को भेजा है.
अतिरिक्त काम कर रहा है Chang'e 5
Chang'e 5 इस समय कक्षा में रहकर पृथ्वी और सूर्य से जुड़े कई सारे प्रयोग कर रहा है. इनका इस्तेमाल आने वाले समय में भविष्य के मिशन के लिए किया जाएगा. वर्मतान में Chang'e 5 द्वारा किया जा रहा काम एक बोनस है, क्योंकि इसने पहले ही अपने मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. यही वजह है कि इसके इमेज सेंसर डीप स्पेस की ज्यादा बारीकी से तस्वीर नहीं ले पाए हैं. लेकिन इसके द्वारा भेजी गई तस्वीर में धरती और चांद एक साथ दिख रहे हैं. धरती एक हल्की नीली गेंद जैसी दिख रही है, जबकि चांद एक डॉट जैसा नजर आ रहा है. वहीं, उसके पीछे का इलाका स्पेस का काला अंधेरा है.
रूस का लूना मिशन भी चांद की मिट्टी लेकर धरती पर लौटा
चीन के Chang'e 5 से पहले रूस का लूना 24 मिशन 22 अगस्त 1976 को चांद की सतह पर उतरा था. उस समय लूना अपने साथ चांद से 200 ग्राम मिट्टी लेकर वापस लौटा था. इसी बीच NASA की DSCOVR डीप-स्पेस ऑब्जर्वेटरी 2015 से अंतरिक्ष के इसी क्षेत्र में काम कर रही है. ये पृथ्वी की जलवायु का अध्ययन करने के लिए हमारे ग्रह की तस्वीरों का प्रयोग कर रही है. चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि Chang'e 5 स्पेसक्राफ्ट Sun-Earth Lagrange point 1 में अपने टेस्ट पूरे करने के बाद एक नए टार्गेट की ओर बढ़ जाएगा.
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