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बीजिंग,(आईएएनएस)| अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण चीन के एयरोस्पेस में मील का पत्थर माना जाता है। 1992 से 2022 तक मानव का अंतरिक्ष घर बनाने के लिए चीन ने अभूतपूर्व 30 साल गुजारे हैं। विशेषकर पिछले 10 वर्षों में चीन का अंतरिक्ष विकास तेज ट्रैक में प्रवेश कर चुका है।
31 अक्तूबर को चीनी अंतरिक्ष स्टेशन के तीसरे मॉड्यूल मंगथ्येन प्रायोगिक मॉड्यूल का प्रक्षेपण किया गया और निर्धारित कक्षा में प्रवेश किया। यह इस बात का द्योतक है कि चीनी अंतरिक्ष स्टेशन दो मॉड्यूल से तीन मॉड्यूल में बदलेगा और टी आकार का रूप दिखाएगा।
29 नवंबर को चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष यान शनचो-15 के साथ लांग मार्च-2 एफ वाई 15 वाहक रॉकेट ने च्योछुआन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपण किया। 30 नवंबर की सुबह चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष स्टेशन के सफल जुड़ाव के बाद शनचो-15 पर सवार तीन चीनी अंतरिक्ष यात्रियों ने वापसी मॉड्यूल से कक्षा मॉड्यूल में प्रवेश किया। अंतरिक्ष में दो चीनी अंतरिक्ष यात्री समूह ऐतिहासिक रूप से मिले।
चीनी मानवयुक्त अंतरिक्ष यान हमेशा शांतिपूर्ण प्रयोग, समानता और आपसी लाभ, समान विकास के सिद्धांत पर कायम रहता है। चंद्रमा और अन्य खगोलीय पिंडों पर विभिन्न देशों की गतिविधियों को नियंत्रित करने वाला समझौता 19 दिसंबर 1966 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित हुआ। 27 जनवरी 1967 को समझौता हस्ताक्षर के लिए खुला। यह समझौता 10 अक्तूबर 1967 को लागू हुआ और स्थायी रूप से मान्यता हासिल हुई। यह समझौता अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून का आधार है, जिसे अंतरिक्ष संविधान के रूप में जाना जाता है। यह समझौता 10 बुनियादी सिद्धांतों को निर्धारित करता है, जिनका अंतरिक्ष गतिविधियों में पालन किया जाना चाहिए। चीन ने 30 दिसंबर 1983 को इस समझौते में भाग लिया और चीन हमेशा इस समझौते का समर्थक व प्रवर्तक रहा है। चीन ने फ्रांस, जर्मनी, इटली, रूस, पाकिस्तान, यूएन बाह्य अंतरिक्ष एजेंसी और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी आदि कई अंतरिक्ष संस्थाओं और संगठनों के साथ सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए, उनके साथ विभिन्न सहयोग परियोजनाओं को अंजाम दिया और प्रचुर उपलब्धियां हासिल की हैं।
चीन का मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्य हमेशा दुनिया के उन्मुख रहा है। अभी तक 17 देशों और 23 इकाइयों के 9 प्रॉजेक्ट चीनी अंतरिक्ष स्टेशन की वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए चयनित परियोजनाएं चुनी गयी हैं।
अंतरिक्ष पूरी मानव जाति का है, इसलिए इसे मानव जाति को लाभ देना चाहिए। सभी देशों को सहयोग की भावना का पालन करते हुए अंतरिक्ष का शांतिपूर्ण उपयोग करना चाहिए। चीन ने हमेशा बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग की वकालत की है और अपने कार्यों से एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है। आज, जब बहुपक्षवाद को चुनौती दी जा रही है, तो चीन के प्रस्तावों और कार्यों का महत्व और भी अधिक अहम हो गया है।
चीनी अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण पूरा होकर वह दस वर्षीय उपयोग व विकास के चरण में प्रवेश करेगा। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग अंतरिक्ष विकास का रुझान है। चीनी अंतरिक्ष स्टेशन के अनुसंधान व निर्माण के दौरान चीन हमेशा शांतिपूर्ण प्रयोग, समानता व आपसी लाभ, समान विकास के सिद्धांत पर कायम रहकर कई अंतरिक्ष संस्थाओं और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ तरह-तरह के आदान-प्रदान व सहयोग करता है। वर्तमान में चीन संबंधित पक्षों के साथ समन्वय करके सक्रिय रूप से विदेशी अंतरिक्ष यात्रियों को प्रशिक्षण देने के लिये संबंधित कार्य कर रहा है।
²ढ़ विश्वास है कि निकट भविष्य में चीनी अंतरिक्ष स्टेशन सभी मानव के बाहरी अंतरिक्ष के अन्वेषण का नया मंच बनेगा, जहां चीनी और विदेशी अंतरिक्ष यात्री हाथ मिलाकर काम करेंगे, ब्रह्मांड के रहस्यों का अन्वेषण करेंगे और मानव जाति के अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण प्रयोग के लिए योगदान देंगे।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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