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चीन के वैज्ञानिकों ने छोटी-सी बनाई एक रोबोटिक मछली इसको लेकर ये दावा

Teja
15 July 2022 9:27 AM GMT
चीन के वैज्ञानिकों ने छोटी-सी बनाई एक रोबोटिक मछली इसको लेकर ये दावा
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रोबोटिक मछली

बीजिंग. चीन के वैज्ञानिकों ने छोटी-सी रोबोटिक मछली बनाई है। इसको लेकर दावा किया गया है कि यह समुद्र से माइक्रो-प्लास्टिक के कचरे की सफाई में मददगार साबित होगी। यह माइक्रो-प्लास्टिक के छोटे टुकड़ों को खाने में सक्षम है। दक्षिण-पश्चिम चीन की सिचुआन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की टीम के मुताबिक काले रंग की यह मछली रेडियो-सक्रिय किरणों के जरिए काम करती है। यह पंख फडफड़़ा सकती है और शरीर हिला-डुला सकती है।

करीब 1.3 सेंटीमीटर लंबी मछली छूने में काफी नाजुक है। चीन में इस तरह की कुछ मछलियां समुद्र की गहराई में पानी से माइक्रो-प्लास्टिक साफ कर रही हैं। टीम का कहना है कि वह रोबोट मछलियों पर अभी और काम कर रही है, ताकि ये और गहराई तक जाकर पानी से माइक्रो-प्लास्टिक खा सकें। रेडियो तरंगों का इस्तेमाल कर इस मछलियों को नियंत्रित किया जा सकता है, ताकि ये पानी में तैरने वाली अन्य मछलियों और जहाजों से न टकराएं।

बीमारियों के इलाज में भी मददगार

रोबोटिक मछली बनाने वाली टीम के शोधकर्ता वांग युयान का कहना है कि कम वजन वाली इस रोबोटिक मछली का बायो-मेडिकल और खतरनाक ऑपरेशंस के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक तरह का छोटा रोबोट है, जिसे शरीर में भी लगाया जा सकता है। इससे बीमारियों के इलाज में मदद मिल सकती है। रोबोटिक मछलियां क्षतिग्रस्त होने पर खुद को ठीक कर सकती हैं।
असली मछलियों को कोई दिक्कत नहीं
रोबोटिक मछलियों को पॉलीयुरेथेन से बनाया गया है। इसलिए इन्हें खाने पर असली मछलियों को कोई नुकसान नहीं होगा। वे आसानी से इन रोबोटिक मछलियों को पचा लेंगी। ये प्रति सेकंड 2.76 बॉडी लेंथ के साथ तैर सकती हैं। यह रफ्तार ज्यादातर छोटे रोबोट की रफ्तार से काफी ज्यादा है।



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