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नई दिल्ली। चीन की पुलिस एक बांध परियोजना का विरोध करने के कारण गिरफ्तार किए गए तिब्बतियों से कड़ाई से पूछताछ कर रही है। उनमें से कई को इतनी बुुरी तरह से पीटा गया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
रेडियो फ्री एशिया (आरएफए) की रिपोर्ट के अनुसार, 23 फरवरी को चीन की पुलिस ने मध्य चीन के सिचुआन प्रांत में कार्दज़े तिब्बती स्वायत्त प्रांत के डेगे काउंटी में वांगबुडिंग टाउनशिप में बौद्ध भिक्षुओं और स्थानीय निवासियों सहित 1000 से अधिक तिब्बतियों को गिरफ्तार किया था। एक सूत्र ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया, "पूछताछ के दौरान जवाब न देने पर लोगों को बुरी तरह से पीटा जा रहा है।''
सूत्र ने कहा, "कई लोगों को अस्पताल ले जाना पड़ा। 14 फरवरी से भिक्षु और निवासी चीनी भाषा में जिंशा नदी के नाम से जानी जाने वाली ड्रिचू नदी पर गंगटुओ जलविद्युत बांध के नियोजित निर्माण का शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे। आरएफए ने बताया, ''यह बांध दो प्रमुख समुदायों को अपनी जमीन व घर छोड़ने के लिए मजबूर करेगा और 13वीं शताब्दी के प्राचीन भित्ति चित्रों के लिए प्रसिद्ध वोंटो मठ सहित कई मठों को जलमग्न कर देगा।''
सूत्र ने कहा, ''उन लोगों में वोंटो मठ का एक भिक्षु भी शामिल था, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा, क्योंकि उसे इतनी बुरी तरह पीटा गया था कि वह बोल भी नहीं पा रहा था। उसके शरीर पर कई गंभीर चोटें भी थीं। गिरफ्तार किए गए लोगों में से कई को अपर वोंटो के एक पुलिस स्टेशन में रखा जा रहा था, जबकि कई अन्य को डेगे काउंटी की एक पुरानी जेल में रखा जा रहा था।
आरएफए ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों को पूरे डेगे काउंटी में कई अन्य स्थानों पर रखा जा रहा है, क्योंकि पुलिस के पास एक ही स्थान पर 1,000 से अधिक व्यक्तियों को हिरासत में लेने की जगह नहीं है। एक अन्य सूत्र ने आरएफए को बताया, ''गिरफ्तार किए गए तिब्बतियों को गर्म पानी के अलावा कोई भोजन नहीं दिया गया और बहुत से लोग ठंडे तापमान के बीच भोजन की कमी के कारण बेहोश हो गए।
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