बांग्लादेश लाइव न्यूज के मुताबिक, देश में चीन की कई कंपनियां अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि खासतौर पर निर्माण क्षेत्र और नकली दस्तावेजों की छपाई के साथ निषिद्ध वस्तुओं के व्यापार में चीनी फर्मों के अवैध कारनामे पिछले दिनों उजागर हुए हैं।
इस साल मई में चीन की हांग्जो यूनियन बायोटेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड के खिलाफ एक केस दर्ज किया गया। कंपनी ने अपने ढाका स्थित सहयोगी को सोडा ऐश लाइट की एक खेप भेजने की घोषणा की जबकि उसके पास से 19 टन के सोडियम साइक्लामेट के पैकेट बरामद हुए। यह बांग्लादेश में अवैध और प्रतिबंधित वस्तु घोषित की गई है, क्योंकि इससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसका आयात-निर्यात या उत्पादन भी दंडनीय है।
इसी तरह चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी के एक अधिकारी को भी दंडित किया गया। उसे अवैध रूप से रेत बेचने के आरोप में 4 जून को तीन माह की जेल की सजा सुनाई गई। इसी तरह दिसंबर-2021 में चाइना रोड एंड ब्रिज कंस्ट्रक्शन कंपनी सरकारी योजनाओं के लिए निर्माण सामग्री आयात के वक्त चोरी में शामिल पाई गई।
करोड़ों टका की धोखाधड़ी
जनवरी-2022में चीनी कंपनी डिजी नकली बैंडरोल आपूर्ति में 250 करोड़ टका की धोखाधड़ी में लिप्त पाई गई। इसी तरह चीन की कॉमफ्लाई आउटडोर कंपनी लिमिटेड की सहायक कंपनी तियानये आउटडोर करीब 21 करोड़ टका की कर चोरी और धोखाधड़ी में लिप्त पाई गई।
हाई-स्पीड रेल नेटवर्क पर चीन की नजर
ढाका और चट्टोग्राम के बीच रेलवे नेटवर्क के निर्माण के लिए बांग्लादेश रेलवे के व्यवहार्यता अध्ययन के बाद चीन हाई-स्पीड रेल नेटवर्क परियोजनाओं पर यहां नजर गढ़ाए हुए हैं। द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में चीन ने बांग्लादेश सरकार से जी-पीपीपी ढांचे के तहत परियोजना को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। बांग्लादेश में चीनी राजदूत ली जिमिंग ने रेल मंत्री नूरुल इस्लाम को भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के लिए लिखा है।