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चीन का चांग ई-5 लाया था चंद्रमा का सैंपल, जानिए इससे चांद के बारे क्या-क्या खुले राज़

Gulabi
26 Sep 2021 1:58 PM GMT
चीन का चांग ई-5 लाया था चंद्रमा का सैंपल, जानिए इससे चांद के बारे क्या-क्या खुले राज़
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चीन का अंतरिक्षयान चांग ई-5 एक साल पहले सफलतापूर्क चांद की सतह से सैंपल लेकर धरती पर लौटा था

China Luner Mission: चीन का अंतरिक्षयान चांग ई-5 एक साल पहले सफलतापूर्क चांद की सतह से सैंपल लेकर धरती पर लौटा था. ये तारीख थी, 16 दिसंबर. चांग ई-5 चंद्रमा की सतह से 2 किलो चट्टानी टुकड़े और धूल लेकर उतरा था. इस मिशन से क्या पता चला? ये सवाल अब भी लोगों के मन में बना हुआ है. इस मसले पर यूरोप्लैनिट साइंस कांग्रेस (ईपीएससी) 2021 की एक वर्चुअल बैठक में जरूरी जानकारी सामने आई है. ईपीएससी को आधिकारिक तौर पर यूरोपियन प्लैनेटरी साइंस कांग्रेस भी कहते हैं. इस बैठक में चाइना यूनविर्सिटी जियोसाइंसेज के पीएचडी के छात्र यूकी कियान ने भी हिस्सा लिया.

यूरोप्लैनिट सोसाइटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कियान ने इन सैंपल से जुड़े प्रारंभिक चरण के निष्कर्ष के बारे में बताया है. चीन से पहले अमेरिका और रूस ने ही चांद की सतह से सैंपल एकत्रित किए थे. चीन का चांग-ई जो नमूने लेकर आया है, वो करीब तीन अरब साल पुराने हैं. यूरोप्लैनिट सोसाइटी के अनुसार, कियान ने प्रस्तुत अध्ययन में बताया कि चांग ई-5 से एकत्रित किए गए 90 फीसदी सैंपल संभावित रूप से लैंडिंग साइट और उसके आसपास के स्थान से लाए गए हैं. कियान के अध्ययन से पता चला कि ये पत्थर ज्वालामुखीय की चट्टानों जैसे गहरे भूरे रंग के दिखाई देते हैं, जो प्राचीन समय में हुए विस्फोट के कारण चंद्रमा के अधिकतर भाग में फैले हुए हैं.
10% सैंपल से क्या पता चला?
बाकी के 10 फीसदी सैंपल से रासायनिक संरचनाओं का पता चलता है. इन 10 फीसदी सैंपल से ये भी पता चलता है कि चंद्रमा के अधिकतर हिस्सों में किस किस्म के पत्थर पाए जाते हैं. जब चीन ने ये मिशन भेजा, तब उसने लक्ष्य रखा था कि इससे चंद्रमा के प्राचीन ज्वालामुखी की जानकारी मिलेगी. जैसे कि वो कब सक्रिय थे और चांद का चुंबकीय क्षेत्र कब नष्ट हुआ था.
मंगल मिशन के लिए भेजा यान
चीन ने मंगल मिशन के लिए भी अपना यान भेजा है. उसने पहली बार इसी साल 14 मई को मंगल की सतह पर अपना अंतरिक्ष यान उतारा था. जो अब भी वहां काम कर रहा है. चीन के रोवर के मंगल पर पहुंचते ही वह दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया, जिसने मंगल मिशन में ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर को एक साथ लॉन्च किया है (Chinese Rover on MARS). इस रोवर में छह पहिए लगे हैं. जो यूटोपिया प्लैनिटिया नाम की जगह पर घूम रहा है. चीनी यान यहां बर्फ और पानी की खोज कर रहा है. ताकि मंगल पर जीवन से जुड़े संकेतों के बारे में पता लगाया जा सके.
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