विश्व निकाय में चीनी राजदूत झांग जुन ने कहा कि युद्धग्रस्त म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का प्राथमिक मकसद उसे हिंसा व गृहयुद्ध से बचाना होना चाहिए।
म्यांमार में सुरक्षा परिषद के दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के 10 सदस्यीय संघ और संयुक्त राष्ट्र के नए राजदूतों से बंद कमरे में हुई बैठक के बाद जुन ने उम्मीद जताई कि इन हालात को शांत किया जा सकता है।
बता देंकि करीब एक साल पूर्व पिछले साल एक फरवरी को म्यांमार की सेना ने आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार से सत्ता छीन ली थी। 'असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स' द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, इसके बाद देशभर में हुए प्रदर्शनों में सुरक्षा बलों के साथ झड़प में 1,400 से अधिक नागरिक मारे गए।
दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के क्षेत्रीय समूह आसियान ने म्यांमार को संकट से उबारने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाने का प्रस्ताव रखा है। चीन के राजदूत ने कहा कि उनके देश का मानना है कि आसियान को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। चीनी राजदूत ने कहा कि चीन नूलीन हेजर को म्यांमार के लिए संयुक्त राष्ट्रका नया विशेष दूत नियुक्त किए जाने का भी स्वागत करता है।