विश्व
चीन ने पहली ही उड़ान में रॉकेट लांग मार्च-8 में लगाई पांच सेटेलाइट्स, वेनचांग से किया गया प्रक्षेपित
Rounak Dey
24 Dec 2020 4:40 AM GMT

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चीन के नए मध्यम भारवाहक रॉकेट लांग मार्च-8 ने पहली ही उड़ान में पांच उपग्रहों को उसकी नियोजित कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचाया दिया।
चीन के नए मध्यम भारवाहक रॉकेट लांग मार्च-8 ने पहली ही उड़ान में पांच उपग्रहों (सेटेलाइट्स) को उसकी नियोजित कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचाया दिया। चीनी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी। इस रॉकेट को हेनान के वेनचांग अंतरिक्षयान प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित किया गया। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ये पांचों उपग्रह माइक्रोवेव इमेजिंग और अन्य प्रौद्योगिकियों का कक्षा में सत्यापन करेंगे। वे अंतरिक्ष विज्ञान, दूर संवेदी और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रयोग करेंगे।
चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि लांग मार्च-8 नामक इस रॉकेट की लंबाई 50.3 मीटर है और उसका वजन 356 टन है। यह रॉकेट 4.5 टन वजन को 700 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचा सकता है। एजेंसी ने कहा कि इस रॉकेट ने सूर्य समस्थैतिक (सन- सिंगक्रनस) कक्षा में चीन की प्रक्षेपण की क्षमता तीन टन से बढ़ाकर साढे चार टन कर दी है। इसका प्रक्षपेण यानों के उन्नयन में वृद्धि की दृष्टि से बड़ा महत्व है।
बता दें कि बीते 17 दिसंबर को चीन के चांग-5 ने 40 साल में पहली बार चंद्रमा का पहला नमूना लाने का मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ी शक्ति चीन ने इस साल 23 जुलाई को अपना मंगल मिशन 'तियानवेन-प्रथम' प्रक्षेपित किया था। यह यान मंगल पर जाने की राह में हैं। उसमें ऑर्बटिर , लैंडर और रोवर लगे हैं। नया रॉकेट चाइना एकेडमी ऑफ लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित किया गया है।
चीन के लांग मार्च-8 रॉकेट ने पांच सेटेलाइट्स के साथ हैनान द्वीप से पहली उड़ान भरी। लांग मार्च-8 सीरीज मिशन की लागत कम करने के लिए रीयूजेबल रॉकेट विकसित करने के प्रयासों का हिस्सा है। एएफपी
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