विश्व

चीन ने लॉन्च किया टाइप-003 एयरक्राफ्ट कैरियर फुजियान, क्या समुद्र में भारत-अमेरिका की बढ़ेगी टेंशन

Neha Dani
18 Jun 2022 4:53 AM GMT
चीन ने लॉन्च किया टाइप-003 एयरक्राफ्ट कैरियर फुजियान, क्या समुद्र में भारत-अमेरिका की बढ़ेगी टेंशन
x
वहीं, इसके पास खुद के बचाव के साधन भी अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियरों की तुलना में बेहद मामली हैं।

चीन ने शुक्रवार को अपना तीसरा विमानवाहक पोत फुजियान को लॉन्च कर दिया है। इसे टाइप 003 एयरक्राफ्ट कैरियर के नाम से भी जाना जाता है। चीनी नौसेना स्की जंप वाले दो एयरक्राफ्ट कैरियर का इस्तेमाल पहले से ही करती है। ऐसे में तीसरे एयरक्राफ्ट कैरियर के शामिल होने से चीनी नौसेना की ताकत और ज्यादा बढ़ेगी।

इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापोल्ट्स से लैस है फुजियान
फुजियान इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापोल्ट्स से लैस चीन का पहला विमानवाहक पोत है। इसका मतलब यह एयरक्राफ्ट कैरियर विमानों को उड़ाने के लिए स्की जंप की जगह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापोल्ट्स सिस्टम का इस्तेमाल करता है। अभी तक इस तरह की तकनीक वाले एयरक्राफ्ट कैरियर सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के पास ही हैं।
फुजियान विमानवाहक पोत का विस्थापन 80,000 टन से अधिक है। ऐसे में इसके विशाल आकार का अनुमान लगाया जा सकता है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर की लंबाई 300 मीटर और अधिकतम चौड़ाई 78 मीटर की है। लंबाई और चौड़ाई की तुलना में यह अमेरिका के सबसे आधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड के बराबर है।
अधिक विमानों को ऑपरेट कर सकता है फुजियान
चीन का फुजियान विमानवाहक पोत अधिक संख्या में लड़ाकू विमानों को ऑपरेट कर सकता है। कैटापोल्ट्स का उपयोग करने से विमानों के उड़ान संख्या में भी वृद्धि होगी। कैटापोल्ट्स के कारण ही लड़ाकू विमान अधिक ईंधन और गोला-बारूद के साथ उड़ान भर सकते हैं।
फुजियान पर कौन-कौन से विमान होंगे तैना

फुजियान विमानवाहक पोत पर जे-15 लड़ाकू विमान, जे-15 इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर विमान, जे-35 (विकासशील), फिक्स्ड विंग अर्ली वार्निंग एयरक्राफ्ट ने KJ-600 और सशस्त्र टोही ड्रोन को तैनात किया जा सकता है। ये विमान संख्या में भी ज्यादा होने के कारण समुद्र के एक बड़े इलाके पर अपनी नजर बनाए रख सकते हैं।
लॉन्च तो हो गया, पर चीनी नौसेना को करना होगा इंतजार

चीन का एयरक्राफ्ट कैरियर फुजियान लॉन्च तो हो गया है, लेकिन अभी इसके कई समुद्री परीक्षण किए जाएंगे। इसमें पहले चरण में एयरक्राफ्ट कैरियर के फ्रेम, इंजन और दूसरे उपकरणों को जांचा जाएगा। दूसरे परीक्षण में रडार और वेपन सिस्टम की जांच की जाएगी, कुछ हेलीकॉप्टरों को भी डेक से ऑपरेट किया जाएगा। वहीं, तीसरे परीक्षण में लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ करवाया जाएगा।
अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर की कॉपी, पर ताकत में कम
फुजियान विमानवाहक पोत अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर की कॉपी जरूर नजर आता है, लेकिन ताकत के मामले में यह फिसड्डी है। अमेरिका के सभी एयरक्राफ्ट कैरियर चीन के फुजियान से काफी शक्तिशाली हैं। अमेरिका के पास कुल 11 एयरक्राफ्ट कैरियर मौजूद हैं।
भारत और अमेरिका को कितना खतरा
चीनी नौसेना के लिए तीसरे एयरक्राफ्ट कैरियर की लॉन्चिंग से समुद्र में भारत और अमेरिका की चिंताएं बढ़ सकती हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि इन दोनों देशों के पास चीनी एयरक्राफ्ट कैरियर को रोकने की ताकत नहीं है। डीजल-इलेक्ट्रिक ताकत से चलने के कारण चीन के इस एयरक्राफ्ट कैरियर की ऑपरेशन रेंज काफी कम है। वहीं, इसके पास खुद के बचाव के साधन भी अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियरों की तुलना में बेहद मामली हैं।

Next Story