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इसलिए चीन की सोच को ध्यान में रखते हुए अमेरिका को अपनी तैयारियां करनी होंगी। इस रिपोर्ट को कांग्रेस में भी रखा गया है।
चीन अपने परमाणु हथियारों का भंडार आशंका से अधिक तेजी से बढ़ा रहा है। एक साल पहले अमेरिकी अधिकारियों का जो अनुमान था चीन ने उससे कहीं ज्यादा तेजी से अपने परमाणु हथियार बनाए हैं। जानकार मानते हैं कि चीन ऐसा अमेरिका की बराबरी पाने के लिए कर रहा है। वैसे उसकी योजना इस सदी के मध्य तक अमेरिका को पीछे छोड़ने की है।
2030 तक 1,000 परमाणु बम बनाने का अनुमान
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की रिपोर्ट बताती है कि चीन छह साल में 700 परमाणु हथियार बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक चीन अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाकर 1,000 कर सकता है। एक साल पहले पेंटागन ने चीन के परमाणु हथियारों की संख्या 200 के करीब बताई थी, जिसके दशक के अंत तक बढ़कर दोगुना या 400 होने का अनुमान था।
सदी के मध्य तक अमेरिका की बराबरी की तैयारी
अमेरिका के पास इस समय 3,750 परमाणु हथियार हैं और संख्या में बढ़ोतरी का फिलहाल उसका इरादा नहीं है। जबकि 2003 में अमेरिका के पास 10,000 परमाणु हथियार थे। बाद में समझौतों और अन्य कारणों से अमेरिका के परमाणु हथियारों की संख्या कम हुई। अब चीन की योजना को देखते हुए बाइडन प्रशासन को फैसला करना है कि वह भविष्य में अपने परमाणु हथियार भंडार को बढ़ाता है या नहीं।
अमेरिका से युद्ध लड़ने और जीतने की कर रहा तैयारी
रिपोर्ट अमेरिका को चीन से भिड़ने का सुझाव नहीं देती है। लेकिन वह चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की तुलना में हर क्षेत्र में बढ़त लिए रहने की सिफारिश जरूर करती है। ऐसा इसलिए जरूरी है कि क्योंकि ताइवान मसले पर अमेरिका को चीन के साथ आमना-सामना करना पड़ सकता है। रिपोर्ट के अनुसार चीन भविष्य में युद्ध लड़ने और उसे जीतने के लिहाज से तैयारी कर रहा है। उसका अंतत: संभावित प्रतिद्वंद्वी अमेरिका ही है। इसलिए चीन की सोच को ध्यान में रखते हुए अमेरिका को अपनी तैयारियां करनी होंगी। इस रिपोर्ट को कांग्रेस में भी रखा गया है।
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